परिणय सूत्र में बंधी क्षमा बिंदु, 24 वर्ष की उम्र में खुद से रचाया विवाह
वडोदरा- बिना दूल्हे की शादी को लेकर सुर्खियों चल रही क्षमा बिंदु ने आखिरकार बुधवार को खुद से विवाह रचा लिया। क्षमा ने ऐन वक्त पर शादी की तारीख और स्थान बदलकर समय से 3 दिन पहले ही शादी रचा ली है। लाल जोड़े में सजी क्षमा की शादी में सबकुछ वैसा ही था जैसा किसी हिंदू लड़की की शादी में होता है, बस कुछ नहीं था तो दूल्हा और पंडित जी। क्षमा ने खुद की मांग में सिंदूर भरा और खुद को मंगलसूत्र पहनाकार अकेले सात फेरे लिए। क्षमा ने शादी की रस्मों को पूरा करने के बाद कहा, मैं बेहद खुश हूं कि आखिरकार अब मैं शादीशुदा महिला हूं। क्षमा 11 जून को शादी करने वाली थीं, लेकिन उस दिन किसी विवाद की आशंका की वजह से उन्होंने तय समय से पहले 8 जून को ही खुद से किया वादा पूरा किया। पहले शादी मंदिर में होनी थी लेकिन उन्होंने घर पर ही शादी कर ली है। शादी में क्षमा के कुछ दोस्त और करीबी रिश्तेदार ही शामिल हुए। 40 मिनट तक रस्मों का दौर चला, जो पंडित जी के ना आने से डिजिटल तरीके से संपन्न हुआ। नाच-गाना और खुशी के माहौल के बीच सारी रस्में पूरी हुईं। शादी से पहले मेहंदी और हल्दी की रस्म भी निभाई गई। पहले क्षमा 11 जून को शादी करने वाली थीं लेकिन लोगों के विरोध को देखते हुये उन्हें शादी की तारीख और स्थान को बदलना पड़ा। शादी की रस्में पूरी होने के बाद क्षमा ने दोस्तों और मेहमानों के साथ जमकर डांस किया। आईने के सामने खड़े होकर क्षमा ने खुद को चूमा और मुस्कुराते हुए कई पोज दिए। इसे भारत में एकल विवाह यानी सोलोगेमी का पहला मामला बताया जा रहा है।