#EXCLUSIVE STORY – भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ संयोजक को किससे है यूपी में जान का खतरा ?
- भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक ने बताया जान को खतरा
- मेरठ के ही व्यापारी पर लगाया छवि ख़राब करने का बड़ा आरोप
- विनीत अग्रवाल शारदा हैं यूपी भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक
- मेरठ के व्यापारी प्रदीप सिंघल से परिवार की जान को खतरा बताया
- विनीत शारदा की है उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय साफ़ छवि
- माफ़ी न मांगने पर दी मान हानि का केस करने की धमकी
- 25 साल से ज्यादा समय से हैं राजनीति में सक्रिय है विनीत शारदा
उत्तर प्रदेश से बहुत बड़ी खबर आयी है…… नमो नमो जाप से देशभर में सुर्खियां पाने वाले भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा ने अपनी जान का ख़तरा बताया है … ये चौकाने वाला बयान खुद विनीत शारदा ने मीडिआ के कैमरे पर दिया है …. इतना ही नहीं मेरठ में बीते पचीस साल से ज्यादा समय से सक्रीय राजनीति में साफ सुथरी छवि के समाजसेवी की भूमिका निभाने वाले विनीत शारदा पर एक ज़मीन के मामले में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। कमल-कमल का जाप करने वाले भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा ने इस पूरे उनकी साफ़ सुथरी छवि को धूमिल करने की साज़िश करार दिया है।
उन्होंने मेरठ के ही व्यापारी प्रदीप सिंघल से अपने परिवार की जान को खतरा बताते हुए सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और झूठे आरोप लगाने वाले व्यापारी प्रदीप सिंघल से तुरंत मांफी मांगने को कहा है ऐसा न हुआ तो वो मान हानि का दवा भी ठोकने की बात कह रहे हैं
इसमें कोई दो राय नहीं है कि मेरठ ही नहीं पुरे उत्तर प्रदेश में विनीत अग्रवाल शारदा को व्यापारी एक सुर में अपना हमदर्द और लीडर मानते हैं। आये दिन व्यापारियों के मुद्दों पर सड़क से लेकर मंत्रियों के दफ्तर तक विनीत अग्रवाल हमेशा मुखर रहते हैं ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर वो कौन लोग है जो परदे के पीछे से एक ऐसे लोकप्रिय नेता पर मनगढंत आरोप लगाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं। क्यूंकि जिस आरोप की बात की जा रही है उस मामले में विनीत अग्रवाल ने मीडिया के कैमरे पर एक एक कागज़ दिखा कर अपना मजबूत पक्ष रखा है
भाजपा नेता पर बेबुनियाद लगाए गए इस आरोप पर विनीत अग्रवाल शारदा मुखर हो कर सामने आ गए हैं। … आपको बता दें कि ये पूरा मामला 1996 से लीज पर ली गयी जमीन के किराए से जुड़ा है। भाजपा नेता ने इस जमीन से जुड़े सभी दस्तावेज मीडिआ को दिखाए और पूरे मामले में षडयंत्र के तहत एक साजिश करार दिया है और प्रकाशन से निष्पक्ष जाँच करने की मांग की है