उत्तराखण्ड की धामी सरकार का आखरी विधानसभा सत्र 7 और 8 दिसंबर को गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण विधानसभा में आहूत किया गया है। धामी सरकार का यह अंतिम विधानसभा सत्र है लिहाजा इस सत्र में पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हुईं हैं। अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष के अंतिम सत्र में सरकारें चुनावी साल को देखते हुये कई लोक लुभावने निर्णय लेती आईं हैं लिहाजा इस बार भी धामी सरकार गैरसैंण विधानसभा सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक ला सकती है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने गैरसैंण में सत्र कराये जाने की जानकारी दी है उन्होंने कहा है कि दो दिवसीय सत्र की तैयारियां की जा रही हैं सत्र से पहले सारी व्यवस्थाएं मुकम्मल कर ली जाएंगी।
जानकारों की मानें तो अपने अंतिम विधानसभा सत्र में धामी सरकार चुनाव के मद्देनजर पाइप लाइन में चल रही कई योजनाओं पर अमल कर सकती है और कुछ महत्पूर्ण और नई घोषणाएं भी की जा सकती हैं। बीजेपी सरकार चुनावी वर्ष में कुछ ऐसे निर्णय ले सकती है जो 2022 विधानसभा में गेम चेंजर हो सकते हैं। मसलन इस बात के कायस लगाये जा रहे हैं कि उत्तराखण्ड में नये जिलों के गठन को लेकर सीएम धामी बड़ी घोषणा कर सकते हैं। 2011 में तत्कालीन सीएम रमेश पोखरियाल निशंक ने जिन चार नये जिलों की घोषणा की थी संभवतः धामी सरकार इस पर आगे बढ़ सकती है।