Saturday, April 20, 2024
उत्तराखंड

सरकार से फिर नाराज हुए चारधाम तीर्थ पुरोहित, हाई पावर कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट पर उठाए सवाल

देहरादून-देवस्थानम बोर्ड की समीक्षा के लिये गठित हाई पावर कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट पेश होने के बाद तीर्थ पुरोहित फिर से नाराज हो गये हैं। चारधाम मंदिर समितियों के अध्यक्षों ने बयान जारी कर सरकार के प्रति अपनी नाराजगी प्रकट की है। तीर्थ पुरोहितों का कहना है हाई पावर कमेटी के अध्यक्ष मनोहर कांत ध्यानी ने कमेटी के तीर्थ पुरोहित सदस्यों से कोई राय नहीं ली है। देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग 30 अक्टूबर तक पूरी नहीं की जाती है तो चारों धामों में एक बार फिर से उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा। बयान में तीर्थ पुरोहितों ने कहा है की मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद 11 सितंबर को चारों धामों में चल रहा धरना एवं प्रदर्शन 30 अक्टूबर तक स्थगित किया गया था। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने चारों धामों के आठ तीर्थ पुरोहितों को हाई पावर कमेटी में रखे जाने की भी घोषणा की थी, लेकिन सदस्यों को हाई पावर कमेटी में शामिल किए बिना ही मनोहर कांत ध्यानी ने अंतरिम रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है।

इधर गुरूवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बदरीनाथ धाम पहुंचे। सीएम ने बदरीनाथ धाम में दर्शन कर पूजा अर्चना की। इस दौरान गुस्साये तीर्थ पुरोहितों ने सीएम से हाई पावर कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट पर भी चर्चा की। जिसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी का इस मुद्दे पर बयान सामने आया है। सीएम ने कहा है कि अभी कमेटी की पहली रिपोर्ट आई है अभी फाइनल रिपोर्ट आनी बाकी है जिसमें सभी सदस्यों की राय ली जाएगी। आपको बता दें कि 2019 में तत्तकालीन सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चारों धामों के बेहतर प्रबंधन का हवाला देते हुये देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था। तभी से तीर्थ पुरोहित समाज बोर्ड के खिलाफ आंदोलन कर रहा है। सरकार ने देवस्थानम बोर्ड की समीक्षा के लिये हाई पावर कमेटी का गठन किया है ताकि कमेटी के सभी सदस्यों की राय ली जा सके और कमेटी जो तय करेगी सरकार वही करेगी। लेकिन अंतरिम रिपोर्ट में तीर्थ पुरोहितों की राय नहीं ली गई है।

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