राजपथ पर दिखाई दी उत्तराखंड के विकास और संस्कृति की साझी विरासत
दिल्ली- गणतंत्र दिवस के मौके पर आज दिल्ली के राजपथ पर देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और विकास की साझी विरासत नजर आई। परेड में देवभूमि उत्तराखंड की झांकी को भी शामिल किया गया। जिसमें मोक्षधाम भगवान बदरीनाथ, टिहरी डैम, हेमकुंड साहिब के साथ ही ऐतिहासिक डोबरा-चांठी पुल भी झांकी में नजर आया।
इस झांकी की खासियत यह थी कि इसमें एक ओर मोक्षदायी भगवान बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब की अलौकिकता थी तो दूसरी ओर टिहरी डैम और डोबरा-चांठी पुल से जुड़ी विकास की छाप रही। आपको बता दें कि साल 2021 में उत्तराखंड की झांकी केदारखंड के माडल पर आधारित थी। पिछली बार राजपथ पर निकली झांकियों में उत्तराखंड की झांकी देश में तीसरे स्थान पर रही थी। तब उत्तराखंड को पहली बार झांकी के लिए पुरस्कार मिला था। इस बार 12 राज्यों में से देवभूमि की झांकी का चयन हुआ था। जो प्रदेश वासियों के लिए गौरव की बात है। राज्य गठन के बाद से अब तक 13वीं बार उत्तराखंड की झांकी राजपथ पर होने वाली परेड का हिस्सा बनी है। आज की झांकी की खासियत यही रही कि इसमें आस्था के प्रतीक बदरीनाथ मंदिर, हेमकुंड साहिब, टिहरी डैम और ऐतिहासिक डोबरा-चांठी पुल उत्तराखंड की संस्कृति और परंपरा के साथ ही विकास को भी बयां करते हैं। झांकी के माध्यम से आज देशवासी उत्तराखंड की भव्यता और दिव्यता से भी रूबरू हुए।