पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र का एक और फैसला पलटा, धामी सरकार ने देवस्थानम बोर्ड किया भंग
एक साल से सरकार और चारधाम तीर्थ पुरोहितों के बीच चल रही लड़ाई आखिरकार खत्म हो गई है। सरकार ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग करने का निर्णय ले लिया है। जी हां, देवस्थानम बोर्ड भंग करने का प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट में लाया जाएगा और इसके बाद आगामी विधानसभा सत्र में देवस्थानम बोर्ड के विधेयक को विधिवत वापस करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। आपको बता दें कि बीते दिन देवस्थानम बोर्ड के संबंध में गठित उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष मनोहर कान्त ध्यानी ने सीएम धामी को आधिकारिक रूप से समिति द्वारा तैयार किया गया अन्तिम प्रतिवेदन सौंपा था। इसके बाद पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने भी उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के संबंध में गठित मंत्रिमण्डलीय उप समिति की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी थी। दोनों रिपोर्ट मिलने के बाद सीएम धामी ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने का फैसला ले लिया है। आपको बता दें कि वर्तमान बीजेपी सरकार के पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था जिसका तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज एक साल से विरोध कर रहा था। देवस्थानम बोर्ड भंग करने का यह फैसला चुनाव से पहले सीएम धामी का एक और मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है।