देश के किसी भी शहर से कैंट की सुविधाएं हासिल कर सकेंगे नागरिक
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने से लेकर सामुदायिक केंद्रों की बुकिंग तक छावनी परिषद की सभी सुविधाएं अब एक ही ई-पोर्टल पर होंगी। देश के किसी भी क्षेत्र से संबंधित कैंट से ऑनलाइन संपर्क किया जा सकेगा। महानिदेशालय रक्षा संपदा (डीजीडीई) ना केवल देश के सभी 62 छावनी परिषदों को एक ई-पोर्टल से जोड़ेगा, बल्कि उस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों और सुविधाओं की निगरानी भी करेगा। इसके लिए मंत्रालय ई-छावनी पोर्टल बना रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इससे लखनऊ, दिल्ली, पुणे, आगरा व सिकंदराबाद कैंट को जोड़ा जाएगा।
छावनी परिषद रक्षा मंत्रालय की स्वायत्त संस्था हैं, जो नगर निगम की तरह म्युनिसिपल सुविधाएं मुहैया कराती है। शहरवासी मांगलिक आयोजनों के लिए छावनी परिषद के दिलकुशा गार्डन सहित अन्य सामुदायिक केंद्रों की बुकिंग कराते हैं। वहीं, परिषद के अस्पतालों से भी उनका उपचार होता है। छावनी क्षेत्र की सीमा में जन्मे शिशुओं का जन्म प्रमाण पत्र व वहां मौत होने पर मृत्यु प्रमाण पत्र भी यहीं बनता है। छावनी के गेस्ट हाउस लखनऊ सहित कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर भी हैं। अभी इनकी बुकिंग वहां पहुंचने पर ही संभव हो पाती है। छावनी में संपत्तियां खरीदने के बाद नामांतरण के मामले भी अभी ऑफलाइन ही निस्तारित होते हैं।