BIG BREAKING: उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटा; अबतक 391 को बचाया, छह की मौत
-आकांक्षा थापा
उत्तराखंड के चमोली ज़िले से एक दुखद ख़बर सामने आ रही है। उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ सेक्टर के सुमना क्षेत्र में हिमखंड टूटने के बाद इसकी जद में आए सड़क निर्माण कार्य में जुटे व्यक्तियों को बचाने में सेना का अभियान जारी है। हाल ही में सेना ने ट्वीट कर जानकारी दी कि राहत बचाव के दौरान 384 व्यक्तियों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इसमें छह की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीँ सेना ने आठ लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। साथ ही बर्फ के निचे दबे हुए लोगों की तलाश अभी भी जारी है। सेना निरंतर तलाश में जुटी हुई है, बर्फ़बारी के बावजूद सेना ने अपना अभियान जारी रखा। रात्रि को रेस्क्यू आपरेशन को रोकने के बाद आज सुबह फिर रेस्क्यू शुरू किया गया। वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हेलीकाप्टर से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया है।
उत्तराखंड की नीति घाटी में मलारी बॉर्डर स्थित सुमना गाँव के निकट ग्लेशियर टूटने का समाचार मिलने पर घटनास्थल का हवाई निरीक्षण किया। सुमना क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने से रास्ते बंद हैं। संचार व्यवस्था स्थापित की जा रही है। pic.twitter.com/IRbkDYtA54
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 24, 2021
बताया गया 23 अप्रैल की दोपहर में सुमना टू के बीआरओ शिविर में हिमस्खलन हुआ था , जिसके वजह से वह मौजूद शिविर तबाह हो गया था। शिविर में सड़क निर्माण में जुटे मजदूर, मशीन चालक, अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। जिनकी संख्या अभी साफ नहीं है। परंतु सेना का कहना है कि अभी कई लोग लापता होने की सूचना पर रेस्क्यू जारी है।
हैरानी की बात यह है कि बीते दिन सुमना टू में हिमखंड टूटने की सूचना मिली थी ,इस क्षेत्र में सड़क निर्माण के कार्य चल रहा था , ऐसे में वहां रह रहे व्यक्तियो की स्थिति को लेकर जानकारी जुटाने में हो रही देरी से मदद जुटाने में भी देरी होरी है…. घटना की सूचना के बाद बीआरओ के कमांडर मनीष कपिल के नेतृत्व में टीम मौके के लिए रवाना हुई थी, बताया गया कि टीम भी सड़क बंद होने के चलते रास्ते में ही फंसी है, आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि आईटीबीपी के पास सीमा में संशाधन उपलब्ध हैं उनके पास घटना को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। हालांकि आईटीबीपी ने घटना की फिलहाल जानकारी न होने की बात कही है।