दिल्ली से सुबह छह बजे सेना का विशेष विमान सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियां लेकर जौलीग्रांट पहुँचा। जौलीग्रांट अड्डे से पूर्ण सम्मान सहित अस्थियां हरिद्वार लाई गई। हरिद्वार के वीआईपी घाट में सेना की एक टुकड़ी पहले से ही मौजूद थी साथ ही सेना का बैंड भी पहुंचा। करीबन 11 बजे जनरल बिपिन रावत के परिवारजन घाट में पहुँच गए थे। जनरल विपिन रावत की दोनों बेटियां कृतिका और तारिणी नम आँखों के साथ हाथो में अस्थियां लेकर हरिद्वार वीआईपी घाट पर पहुँची। दोनों बेटियों ने पूरी विधि के साथ अपने माता पिता की अस्थियों का विसर्जन किया। वहीँ सेना ने भी खूब बैंड बजाकर पूरे सम्मान सहित जनरल बिपिन रावत की अस्थियों का विसर्जन समारोह किया…… जनरल को श्रद्धांजलि देने के लिए घाट पर भारी मात्रा में भीड़ उमड़ी, पर उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। यहां तक कि मीडिया कर्मियों के लिए भी बाहर से ही कवरेज की व्यवस्था की गई। अंदर केवल जनरल बिपिन रावत के परिवारजन और सेना के अधिकारी ही गए।