उद्घाटन के पांचवे दिन ही खुल गई बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की पोल, हल्की बारिश में उखड़ गया एक्सप्रेस-वे
जिस बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को विकास का वाहक बताया गया उस एक्सप्रेसवे की सच्चाई उद्घाटन के पांचवे दिन ही सामने आ गई। दअरसल ये एक्सप्रेसवे पहली बारिश को ही नहीं झेल पाया और चमचमाता एक्सप्रेसवे पांचवे दिन ही उखड़ गया। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की सड़क 2 से 3 फीट तक धंस गई के बाद एक कई गाड़ियां गड्ढे में गिरने की वजह से क्षतिग्रस्त भी हुई। जानकारी के मुताबिक जालौन से 195 किलोमीटर की दूरी पर ये रोड धंस गई। पहली ही बारिश के बाद सड़क पर बड़ा गड्ढा हो गया है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है वहीं इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। अखिलेश यादव ने इसे लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होने ट्वीट में लिखा की। ये है भाजपा के आधे अधूरे विकास की गुणवत्ता का नमुना है। आपको बता दें कि गावर कंपनी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को बनाया था। 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिला जालौन के कैथेरी में उद्घाटन किया था उसी बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे की हकीकत चंद दिनों में ही सामने आ गई । बता दें कि फोर लेन बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे 27 महीने में ही बनकर तैयार हुआ है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास फरवरी 2020 में चित्रकूट जिले के भरतकूप से किया गया था। इस एक्सप्रेस वे की लंबाई 280 किलोमीटर है। इस एक्सप्रेस वे से सीधे दिल्ली से बुंदेलखंड के लोगों को जोड़ दिया गया है। अब चित्रकूट से दिल्ली तक का सफर महज 7 घंटे में पूरा किया जा सकता है। लेकिन पहली ही बारिश में सड़क धंसने से इस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हांलाकि अब बरसात में बने गड्ढ़ो को भरने का कार्य चल रहा है।