उत्तराखंड से भारतीय जनता पार्टी के युवा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया। बीते कई दिनों से यहां उनका कोरोना का इलाज चल रहा था। दिवंगत जीना सल्ट विधानसभा क्षेत्र के विधायक थे। ये भी दुखद संयोग है कि कुछ ही दिन पहले उनकी पत्नी की हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी।
सल्ट से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन से लोग हैरान हैं कि आखिर कैसे एक युवा की अचानक इस तरह से मृत्यु हो गयी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शोक सन्देश देते हुए कहा कि राज्य ने एक ऊर्जावान और दूरदर्शी नेता खो दिया है। हाल ही में उनकी पत्नी के निधन पर मुख्यमंत्री उनके आवास भी गए थे ।
सीएम ने कहा कि उनकी गणना हमेशा सक्रिय रहने वाले विधायकों में थी। वे वंचित वर्गों की आवाज़ मुखर करने वाले तथा अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए सतत संघर्षरत रहने वाले जनसेवक थे। वहीँ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने गहरा शोक व्यक्त किया है। भगत ने कहा, “जीना हमारे युवा, ऊर्जावान और योग्य कार्यकर्त्ता और विधायक थे और हमेशा संगठन व जनहित में सक्रिय रहते थे।
वे एक शालीन व्यक्ति थे और हर वर्ग में लोकप्रिय थे। उनके निधन से पार्टी व समाज को अपूर्णनीय क्षति हुई है।” बता दें कि साल 2006 में जीना कुमाऊं मंडल विकास निगम के अध्यक्ष रहे. 2007 में पहली बार भिक्क्यासैंण सीट से विधानसभा पहुंचे. 2012 के चुनाव में दूसरी बार सल्ट विधानसभा से जीते. जबकि 2017 में वह तीसरी बार फिर सल्ट विधानसभा से चुनाव जीत कर आए. सुरेंद्र सिंह जीना महज की 50 साल की उम्र में कोविड संक्रमण के चलते मृत्यु हो गई है
आज जबसे ये खबर उत्तराखंड की सियासी नेताओं के बीच पहुंची है तभी से उत्तराखंड के सल्ट से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के प्रतिओ लोगों की सवेदनाएँ और सन्देश सुनाई दे रहे हैं भाजपा कार्यालय में भी दिवंगत विधायक की आत्मशांति के लिए शोक सभा रखी गयी ….
उत्तराखंड के भाजपा विधायक रहे दिवंगत सुरेंद्र सिंह जीना की पत्नी को लगभग 20 दिन पहले हार्ट अटैक आया था और दिल्ली में उपचार के दौरान ही उनकी मौत हो गई थी। कयास यही लगाए गए थे कि उसी दौरान विधायक जीना कोरोना पाजीटिव हुए होंगे जय भारत टीवी भी इस युवा एवं ऊर्जावान विधायक की असमय मृत्यु पर शोक व्यक्त करता है