Saturday, April 20, 2024
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बिहार में कौन जीता कौन हारा – तेजस्वी का तेज़ क्यों हुआ फेल 

कोरोना संक्रमण के चलते अभूतपूर्व परिस्थिति में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम की तस्वीर आधी रात के बाद साफ हो सकी। एनडीए ने भले नीतीश की अगुवाई में चुनाव लड़ा, लेकिन उनकी खुद की पार्टी जदयू को पिछले विधानसभा चुनाव से 28 सीटें कम मिली। जबकि वोट प्रतिशत घटने के बावजूद भाजपा की सीटें बढ़ी हैं। वहीं, राजद 75 सीटों पर जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है।राजद के सहयोगी वामदलों को फायदा हुआ जबकि कांग्रेस नुकसान में रही।
कोरोनाकाल के पहले विधानसभा चुनाव में रोमांच से भरे मुकाबले में एआईएमआईएम ने विपक्षी महागठबंधन के जीत के सपने को चूर कर दिया। वहीं, एनडीए की पुरानी सहयोगी लोजपा ने खुद को ‘शहीद’ कर जदयू को तीसरे नंबर पर धकेलकर भाजपा का ‘छोटा भाई’ बनने पर मजबूर कर दिया। नतीजे पर संशय देर रात तक जारी रहा। सत्ता की चाबी कभी एनडीए के हाथ जाती दिखी तो कभी महागठबंधन के। इस बीच देर शाम राजद ने धांधली का आरोप लगाया। वहीं, चुनाव आयोग ने देर रात एक बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
 

देश भर में जिस एग्जिट पोल का हल्ला मचा हुआ था उसको झूठा साबित करते हुए, बिहार विधानसभा चुनाव में  एनडीए ने अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। एनडीए गठबंधन ने 125 सीटों पर जीत हासिल की है। अब नीतीश कुमार सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालेंगे।

नीतीश कुमार बिहार के 37वें मुख्यमंत्री रूप में शपथ लेंगे। भाजपा ने साफ कर दिया था कि जदयू की कम सीटें आएंगी तो भी उनके नेता नीतीश कुमार ही होंगे। भाजपा को 74 और जदयू को 43 सीटों पर जीत मिली है।
जानिए कब कब बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार
बिहार की राजनीति में अपनी एक अलग छवि बनाने वाले नीतीश कुमार सातवीं बार राज्य के सीएम की शपथ लेंगे। 


नीतीश कुमार सबसे पहले 3 मार्च 2000 में मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन बहुमत न होने के कारण सात दिन बाद उनकी सरकार गिर गई थी।
नीतीश ने 24 नवंबर 2005 में दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली।
26 नवंबर 2010 को तीसरी बार वह बिहार के सीएम बने।
22 फरवरी 2015 को चौथी बार मुख्यमंत्री बने।
राजद के साथ गठबंधन में 20 नवंबर 2015 को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने।
राजद से रिश्ता तोड़ने के बाद भाजपा के साथ गठबंधन करने के बाद 27 जुलाई 2017 को छठी बार मुख्यमंत्री बने।

आपको बता दें, नीतीश कुमार बिहार चुनाव की कई रैलियों में ये घोषणा कर चुके हैं कि ये उनका आखिरी चुनाव होगा। नीतीश ने बिहार पर लंबे अरसे से राज किया है। इस बार नीतीश कुमार को लालू यादव के बेटे तेजस्वी से कड़ी टक्कर मिली। अब विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश के नाम पर मुहर लगेगी जिसके बाद उनका शपथग्रहण होगा।

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