18 मई को खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट, वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर की गई घोषणा
-आकांक्षा थापा
देश भर में प्रचलित चार धामों में से एक, बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख आज घोषित की गई। 18 मई को ब्रह्म बेला में प्रातः 4 बजकर 15 मिनट पर श्रद्धालु दर्शन ले सकेंगे …….. और इस बार गाडू घडी यात्रा 29 अप्रैल को सुनिश्चित की गई है। आज बसंत पंचमी के धार्मिक महोत्सव पर नरेंद्र नगर स्थित टिहरी राज दरबार में टेहरी नरेश महाराजा मनुजेंद्र शाह के द्वारा धाम के कपाट खुलने के घोषणा की गई।
आज वसंत पंचमी यानि विद्या की देवी सरस्वती का जन्मदिवस है, जो की वसंत ऋतु के आगमन का भी प्रतीक है। यह पर्व भारत के साथ-साथ पश्चिमोत्तर बांग्लादेश और नेपाल में भी धूमधाम से मनाया जाता है साथ ही विश्वभर में जहां भी भारतीय बसे हैं, इस पर्व को पूरे विधि-विधान से मनाते हैं। यह पर्व माँ शारदे की उपासना और उनकी असीम अनुकम्पा अर्जित करने का भी अवसर है। यह भी माना जाता है कि वसंत पंचमी के दिन ही सिख गुरु गोविंद सिंह का जन्म हुआ था। कहा जाता है कि इस दिन पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। इस पर्व के महत्व का वर्णन पुराणों और अनेक धार्मिक ग्रंथों में विस्तारपूर्वक किया गया है। खासतौर से देवी भागवत में उल्लेख मिलता है कि माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी को ही संगीत, काव्य, कला, शिल्प, रस, छंद, शब्द शक्ति जिह्वा को प्राप्त हुई थी।
वसंत पंचमी के अबूझ मुहूर्त को देखते हुए ही प्राचीनकाल से श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि का निर्धारण की परंपरा आज भी कायम है। पुरातन काल से इस दिन नए साल के पंचांग की पूजा कर टिहरी महाराजा को भेंट किया जाता है। इस वर्ष भी ज्योतिषी पंचांग देखकर आज नरेंद्रनगर में भगवान बदरीविशाल के कपाट खोलने की तिथि तय की गई। भगवान विष्णु के भू बैकुंठ बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने पूरे विश्व से आते हैं, करोनकाल के चलते यात्रिओं की संख्या थोड़ी कम हो गई थी। लेकिन इस बार रिकॉर्ड तोड़ यात्री आने की उम्मीद जताई जा रही है।