भारत की अंशु मालिक ने रचा इतिहास, विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची अंशु मलिक
नोर्वे के ओस्वे में खेली जा रही विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भारत की पहली महिला पहलवान बनी अंशु मलिक ने इतिहास रच दिया है। देश की महिला पहलवानों ने अपने शानदार प्रदर्शन से पदक की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। 19 साल की अंशु ने शुरू ही से सेमीफाइनल में दबदबा बनाए रखा और तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीत दर्ज करके 57 किलो वर्ग के फाइनल में पहुंच गईं। वह इस भारवर्ग के साथ फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बन गई हैं। अंशु मालिक ने जूनियर यूरोपीय चैम्पियन सोलोमिया विंक को हराया। उन्होंने अपनी विपक्षी को एकतरफा मुकाबले में 11-0 से मात दी। अंशु विश्व चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली तीसरी भारतीय है। उनसे पहले सुशील कुमार (2010) और बजरंग पूनिया (2018) यहां अपना प्रदर्शन दिखा चुके हैं।
आपको बता दे कि भारत की अनुभवी पहलवान सरिता मोर ने विजेता लिंडा मोराइस को हराकर विश्व चैम्पियन सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली थी। लेकिन वह फाइनल में नहीं जा पाई और अब कांस्य पदक के मैच में हिस्सा लेंगी। मौजूदा एशियाई चैंपियन सरिता का मुकाबला पहले ही दौर में 2019 की विश्व चैंपियन कनाडा की पहलवान से था लेकिन वह 59 किग्रा वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल में 8-2 से जीत दर्ज करने में सफल रही. सरिता ने तेज शुरुआत की और रक्षण का अभी अच्छा नमूना पेश करते हुए पहले पीरियड के बाद 7-0 की बढ़त बना ली थी। सरिता और जर्मनी की सेंड्रा पारुसजेवस्की के बीच क्वार्टर फाइनल मुकाबला काफी करीबी रहा। पूरे मुकाबले में अंक बनाने वाला सिर्फ एक मूव बना। सरिता ने टेकडाउन के साथ अंक जुटाते हुए सेंड्रा को हराया।
Anshu MALIK 🇮🇳 made HERstory with her semifinal win and became the first Indian woman to reach a world gold-medal match. #WrestleOslo pic.twitter.com/ON3Vk09ZSq
— United World Wrestling (@wrestling) October 6, 2021