कुशीनगर हादसे से गुस्साये लोगों ने हाईवे किया जाम, बीते दिन हुये दर्दनाक हादसे में गई थी 13 लोगों की जान
कुशीनगर- बीती रात कुशीनगर में हुये दर्दनाक हादसे के बाद ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे के बाद एंबुलेंस को फोन किया गया लेकिन एंबुलेंस जल्दी नहीं आई। घटना स्थल पर एंबुलेंस को आने में दो घंटे से अधिक का समय लग गया। इस दौरान 13 लोगों की मौत हो गई। इस बात से नाराज होकर ग्रामीणों ने गुरुवार सुबह नेशनल हाईवे 28 बी को बंद कर चक्का जाम कर दिया। ग्रामीण व परिजन समय पर एंबुलेंस नहीं आने और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर मुआवजे की मांग करने लगे। एक घंटे बाद सांसद विजय कुमार दुबे व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि शेषनाथ यादव ने परिजनों को समझा बुझाकर लोगों का गुस्सा शांत करवाकर जाम को खत्म करवाया। आपको बता दें कि बीती रात यहां कुएं में गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई थी। पल भर पहले जहां खुशी का माहौल था, वहां अब मातम पसरा है। दरअसल एक शादी समारोह में कुछ लोग एक कुएं की स्लैब पर बैठे हुए थे। ज्यादा वजन की वजह से कुएं की स्लैब गिर गई जिसकी वजह से उस पर बैठे लोग कुएं में जा गिरे, कुएं पर शादी की एक रस्म चल रही थी। हंसते-खेलते 30 लोग कुएं में समा गए। कैसे क्या हुआ किसी को समझ नहीं आया। डेढ़ घंटे बाद जब उन्हें निकाला गया, तब तक 11 बच्चों समेत कुल 13 लोग दम तोड़ चुके थे। हादसा उस वक्त हुआ, जब हल्दी से जुड़ी एक रस्म मटकोड़वा के लिए औरतें व लड़कियां कुएं पर पहुंची थीं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार बुधवार की रात करीब 9 बजे एक मांगलिक कार्यक्रम में कुआं पूजन की रस्म के लिए महिलाएं व बच्चियां इकठ्ठा थीं। कुआं पानी से भरा हुआ था। भीड़ अधिक थी। बच्चियां व महिलाएं कुएं की मुंडेर और कुएं पर बने चबूतरे पर पर बैठीं थीं। कुएं का चबूतरा कमजोर होने की वजह टूट गया जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। गांव के कुछ लोगों का कहना है कि कुएं के स्लैब पर चढ़ने के लिए मना भी किया जा रहा था, लेकिन कोई माना नहीं इसी बीच ये दुखद हादसा हो गया।