चीन सीमा पर भारतीय वायुसेना के प्रस्तावित हवाई अड्डे का निरीक्षण करने पहुंचे एयर वाइस मार्शल
चौखुटिया(अल्मोड़ा)– तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत हाट और झलां में प्रस्तावित हवाई अड्डे (एयर स्ट्रिप) के निर्माण की कवायद अंतिम चरण में है। गुरूवार को वायुसेना की पांच सदस्यीय टीम ने वायुसेना के प्रस्तावित हवाई अड्डे के लिए ग्राम पंचायत हाट-झलां व बसनल गांव में चयनित भूमि का निरीक्षण किया। इलाहाबाद से आए एयर वाइस मार्शल आलोक शर्मा ने वायुसेना की निरीक्षण टीम का नेतृत्व किया। चौखुटिया में हवाई अड्डा बनने के बाद भारतीय वायुसेना की चीन सीमा पर पकड़ और मजबूत हो जाएगी।
चौखुटिया के हाट-झलां व बसनल गांव में प्रस्तावित वायुसेना के हवाई अड्डे के निर्माण की कवायद तेज हो गई है। 50 हैक्टेयर भूमि पर बनने वाले इस हवाई अड्डे की लंबाई ढाई किलोमीटर तथा चैड़ाई दो सौ मीटर प्रस्तावित है। इस हवाई अड्डे के लिये पहले 43 हैक्टयेर भूमि चयनित की गई थी लेकिन बाद में भूमि बढ़ाई गई। गुरुवार को इलाहाबाद से एयर वाइस मार्शल आलोक शर्मा चौखुटिया पहुंचे। खचार हेलीपैड पर प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। बाद में वायुसेना व प्रशासनिक अधिकारी हाट-झलां को रवाना हुये।
वायुसेना के अधिकारी करीब एक घंटा चालीस मिनट तक क्षेत्र में रहे। वायुसेना का विमान सुबह करीब 9.50 बजे खचार हेलीपैड पर उतरा और 11.30 बजे बरेली के लिए उड़ान भरी। एयर वाइस मार्शल शर्मा ने अधिकारियों की टीम के साथ प्रस्तावित भूमि का गहनता से निरीक्षण कर जरूरी जानकारी ली।
आपको बता दें कि चीन के साथ लंबे समय से जारी तनातनी के बीच चीन सीमा के पास चौखुटिया में प्रस्तावित वायुसेना के हवाई अड्डे को सामरिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस हवाई अड्डे के बनने से वायुसेना बहुत कम समय में दुश्मन को सबक सिखा सकती है। रक्षा मंत्रालय इस हवाई अड्डे को जल्द से जल्द बनाकर वायुसेना की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के तमाम जनप्रतिनिधि इस हवाई अड्डे को सेना के साथ ही पर्यटकों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण बताते रहे हैं। चीन सीमा के नजदीक वायुसेना का एक एयर बेस चिन्यालीसौड़ में भी मौजूद है। जबकि पिथौरागढ़ नैनी-सैनी हवाई अड्डे को भी आपत स्थिति में वायुसेना इस्तेमाल कर सकती है। चिन्यालीसौड़ से चीन सीमा की हवाई दूरी लगभग 125 किलोमीटर है।