Saturday, April 20, 2024
उत्तराखंडराष्ट्रीय

दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में, इन शहरों में बढ़ा वायु प्रदूषण स्तर

भारत के सबसे बड़े त्यौहारों में से एक है दिवाली। दिवाली को दीपो का त्यौहार भी कहा जाता है, इस पर्व को हमारे देश में धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी अपने घरों को दीयों से रौशन करते है, पटाखे जलाते है, तरह-तरह के पकवान बनाते है। लेकिन दिवाली में जले पटाखों से पर्यावरण कितना दूषित होता है, इस बात पर हम ध्यान नहीं देते।
दिवाली की रात देश के कई हिस्सों में वायु प्रदुषण का स्तर बढ़ा, वही उत्तराखंड में भी वायु प्रदूषण बढ़ा है। दून-हरिद्वार में यह खतरनाक स्तर पर दर्ज किया गया, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शुक्रवार को छह प्रमुख शहरों के आंकड़े जारी किए। इसके अनुसार, देहरादून, ऋषिकेश और हल्द्वानी में पिछले साल के मुकाबले प्रदूषण बढ़ा है। पिछली दिवाली दून में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 317 था, वो इस दिवाली 327 दर्ज किया गया। राजधानी में सबसे ज्यादा प्रदूषण घंटाघर पर दर्ज किया गया, जहां एक्यूआई 348 रहा। राज्य का एक्यूआई खतरनाक स्तर पर पहुँच चुका है, इससे लोगो की तबियत पर भी असर पढ़ सकता है।

वही, ऋषिकेश में पिछली दिवाली एक्यूआई 198 था, जो इस बार 257 हो गया। इसी तरह हल्द्वानी में पिछली दिवाली पर एक्यूआई 217 था, जो इस दिवाली 251 दर्ज किया गया। हरिद्वार में एक्यूआई 321 दर्ज किया गया, जो पिछली दिवाली की तुलना में कम तो है, लेकिन पिछले एक साल के प्रदूषण स्तर से ज्यादा है। पीसीबी के सदस्य सचिव एसपी सुबुद्धि के अनुसार, प्रदूषण स्तर 300 से ज्यादा होना बेहद खराब श्रेणी में आता है।

प्रदूषण में दस अंकों की बढ़ोतरी

इस बार प्रमुख शहरों में दिवाली पर बढ़ता प्रदूषण चिंता का सबब बन चुका है। इससे पहले कोविड कफ्र्यू के चलते वायु बेहद साफ हो चुकी थी, लेकिन अचानक प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच जाने से विशेषज्ञ भी चिंतित है। सुबुद्धि के अनुसार, इस बार पटाखों पर प्रतिबंध न होना प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह है।

ये है आपके शहर का हाल-

एयर क्वालिटी इंडेक्स
शहर    2020 2021

  • देहरादून 317 327
  • ऋषिकेश 198 257
  • हरिद्वार 352 321
  • काशीपुर 314 267
  • हल्द्वानी 297 251
  • रुद्रपुर नहीं मापा 263

एक्यूआई श्रेणी

00-50 : अच्छा
51-100 : संतोषजनक
101-200 : हल्का खराब
201-300 : खराब
301-400 : बहुत खराब
401 प्लस : गंभीर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *