एशिया के सबसे अमीर और दुनिया के दूसरे नंबर के धनकुबेर गौतम अडानी ने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा कि एक दिन ऐसा भी आयेगा जब उनका सब कुछ उनकी आंखों के सामने लुट जाएगा। उनकी अकूत दौलत मुट्ठी में रेत की तरह फिसल जाएगी। अमेरिकी निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट ने गौतम अडानी को दिन में तारे दिखा दिये और देखते ही देखते अडानी बरबाद हो गये। आखिर क्या है इस रिपोर्ट में आपको बताएंगे लेकिन पहले जानिये कि गौतम अडानी का साम्राज्य आखिर कैसे ढह गया।
अडानी ग्रुप के शेयरों का हश्र आज लगातार दूसरे सत्र में भी जारी रहा। ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में 20 फीसदी तक गिरावट आई है। इससे ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ एक झटके में 22.6 अरब डॉलर यानी करीब 1.84 लाख करोड़ रुपये से घटकर 96.6 अरब डॉलर रह गई है। इसके साथ ही वो अमीरों की लिस्ट में अब सातवें नंबर पर खिसक गए हैं। दो दिन में अडानी के 28 अरब डॉलर स्वाहा हो गए। पिछले साल अडानी की नेटवर्थ एक वक्त 150 अरब डॉलर पहुंच गई थी और वो दुनिया के अमीरों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए थे।
अडानी ग्रुप के शेयरों में ये गिरावट तब शुरू हुई जब अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट सामने आई। नाथन एंडरसन नाम के एक बिजनेसमैन द्वारा चलाई जा रही इस कंपनी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप ने शेयरों ने भारी गड़बड़ी की है। साथ ही उसके अकाउंटिंग में भी अनियमितताएं हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप में सबकुछ ठीकठाक नहीं है। ग्रुप दशकों से खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंट धोखाधड़ी में शामिल रहा है। रिपोर्ट के सार्वजनिक होती ही मानो अडानी ग्रुप के पैरों तले जमीन खिसक गई। मानना क्या था कुछ ही घंटे में जमीन खिसकी ही गई। जैसे ही अडानी गु्रप के निवेशकों को ये पता चला उन्होंने अडानी गु्रप से हाथ पीछे खींचने शुरू कर दिये। और अडानी गु्रप की दौलत का पहाड़ देखते ही देखते भरभराकर धराशायी हो गया।
हालांकि अडानी ग्रुप ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हुए अमेरिकी कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन जो नुकसान अब तक अडानी ग्रुप को हो चुका है उसकी भरपाई में न जाने कितना समय लगेगा।