Monday, April 29, 2024
कोविड 19

कोरोना के नए वैरिएंट का नाम क्यों पड़ा ओमिक्रॉन, जानिए

कोरोना के नए वेरिएंट का नाम ओमीक्रॉन रखा गया हैं, ओमीक्रॉन वैरिएंट से दुनिया में तहलका मच गया है। दुनियाभर में यह सवाल उठ रहा था कि आखिर क्यों कोरोना के नए वैरिएंट का नाम ओमीक्रॉन ही दिया गया हैं, और किस आधार पर वैरिएंट को यह नाम दिया गया । WHO ने शुरुआत में इसका जवाब नहीं दिया था लेकिन अब इसके पीछे की वजह दुनिया के सामने रखी है; कोरोना के 12 वैरिएंट मौजूद हैं। ग्रीक अक्षरों के मुताबिक इसको 13 वैरिएंट यानि ग्रीक के 13वां अक्षर होना चाहिए था।

WHO ने बयान दिया हैं कि कोरोना का नाम ग्रीक अक्षरों के अनुसार दिया जाना था लेकिन ग्रीक अक्षरों में यह ओमीक्रॉन का नाम 15वें नंबर पर आता है। कोरोना के 12 वैरिएंट मौजूद होने से 13वां वैरिएंट का नाम रखा जा रहा था। ऐसे में ग्रीक के 13वें नंबर पर नू (Nu) या 14वें नंबर पर शी (Xi) नाम देना चाहिए था। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दक्षिण अफ्रीका से निकले नए वैरिएंट का नाम 15वें ग्रीक अक्षर ओमिक्रॉन पर ही दिया है।
अब WHO ने सटीक जवाब दिया हैं उन्होंने अक्षरों का चुनाव के पीछे की वजह बताई हैं। WHO के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने कहा कि ‘नू’ और ‘शी’ बेहद सामान्य अक्षर हैं। कई देशों में इनका उपयोग नाम के आगे या पीछे होता है। शी अक्षर का उपयोग इसलिए नहीं किया गया क्योंकि यह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का नाम है। WHO के नियम ने अनुसार वायरस का नाम किसी भी व्यक्ति, संस्था, संस्कृति, समाज, धर्म या देश के नाम पर नहीं दिया जाता है। ताकि किसी की भी भावना को ठेस न पहुँचें। अगर बात करे ‘नू’ अक्षर की तो वह अंग्रेजी के NEW शब्द से इसका उच्चारण मिलत- जुलता हैं। लोग न्यू वैरिएंट और नू वैरिएंट में कन्फ्यूज हो सकते हैं इसलिए इसका चुनाव भी रद्द कर दिया गया था। यही वजह रही कि WHO ने कोरोना के नए वैरिएंट का नाम ग्रीक के 15वें अक्षर ”ओमिक्रॉन” के नाम से रखा गया..

 

 

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