राजस्थान में मिले नौ मरीजों ने ओमिक्रॉन को दी मात, जयपुर के RUHS अस्पताल में थे भर्ती
देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के आने के बाद से ही लोगो में डर और बढ़ गया है… लेकिन ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच एक और राहत भरी खबर आई है। दरअसल, राजस्थान में ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित मिले नौ लोग अब ठीक हो गए हैं। यहां तक कि गुरुवार को इन सभी को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई, गुरुवार को इस बात की जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने दी है.. .. बता दें इन 9 मरीजों को 5 दिसंबर को जयपुर के RUHS अस्पताल में भर्ती किया गया था… जानकारी के मुताबिक सभी को डिस्चार्ज कर दिया है और 7 दिनों तक घर में क्वारंटीन रहने की सलाह दी गई है…. बता दें कि 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से 4 लोगों का एक परिवार जयपुर आया था.. अंतरराष्ट्रीय यात्रा से लौटे इस परिवार ने उसी दिन आदर्श नगर में रहने वाले 5 लोगों से मुलाकात की थी… जिसके बाद 5 दिसंबर को सभी 9 लोगों के कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी.. इससे अंदाजा की कोरोना का यह नया वैरिएंट कितनी आसानी से और तेज़ी से फैलता है.. .
वहीँ, राजस्थान के चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा कि विभाग कोरोना के नए वेरियंट को लेकर शुरू से ही सजग और सतर्क था… जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आते ही संक्रमितों को आरयूएचएस (RUHS) में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया… साथ ही उनके संपर्क में आए सभी व्यक्तियों की ट्रैकिंग और ट्रेसिंग भी शुरू कर दी.. उन्होंने कहा कि 9 मरीजों में से 4 की गुरुवार दोपहर और शेष 5 की दोनों नेगेटिव रिपोर्ट गुरुवार शाम को प्राप्त हुई. . सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी है… उधर, सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुधीर भंडारी ने कहा कि अभी ओमिक्रॉन वैरियंट पर शोध चल रहे हैं… इस संक्रमण का प्रसार तेजी से होता है लेकिन यह डेल्टा की तरह घातक नहीं है… उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगने पर यह कम असर करता है. उन्होंने आमजन से वैक्सीन के दोनों डोज लगाने की भी अपील की है…