श्रद्धालुओं को मिलेगी बड़ी राहत, अब घाट तक मिलेगी शटल सर्विस
-आकांक्षा थापा
शाही स्नान के दिन श्रद्धालुओं को पार्किंग से घाट तक पैदल चल कर आना पड़ता है, महाकुम्भ की भीड़ को देखते हुए घाट तक पहुँचने में श्रद्धालुओं को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। इसी को देखते हुए अब पार्किंग से लेकर घाट तक श्रद्धालुओं को बस की सुविधा मुहय्या कराई गई है। 12 और 14 अप्रैल को 700 बसों की शटल सेवा का संचालन किया जाएगा, इन बसों का संचालन मेला पुलिस करेगी। इस बार यात्रियों को स्नान करने के लिए ज्यादा दूर तक पैदल नहीं चलना पड़ेगा…
बता दें की महाकुंभ मेला के दौरान शाही स्नान पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हो जाती है और ऐसे में सड़कों पर यात्रियों का दबाव बढ़ जाने पर ऑटो और ई-रिक्शा का संचालन भी बंद कर दिया जाता है। लेकिन इस वजह से यात्रियों को घाटों तक पहुंचने में कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता हैं…. महाशिवरात्रि पर्व पर भी शटल सेवा की 100 बसों का संचालन किया जाना था लेकिन मेला प्रशासन की लापरवाही के कारण बसों का संचालन नहीं हो सका था। अब 12 व 14 अप्रैल को होने वाले शाही स्नानों को लिए शटल सेवा की 700 बसें चलाई जाएगी, जो रेलवे स्टेशनों व पार्किंगों से श्रद्धालुओं को घाटों पर लेकर जाएंगी। यही नहीं यह बसें श्रद्धालुओं को वापस भी छोड़ेंगी। आईजी कुंभ मेला के निर्देश पर बसों के रूट निर्धारित किए जा रहे हैं।
इसी के साथ बाकि व्यवस्था जैसे बसों के चालकों व परिचालकों के खाने व ठहरने की व्यवस्था परिवहन निगम को करनी होगी। बसें 10 से 15 मार्च के बीच कार्यशाला में नहीं जाएंगी। बस अड्डा भी ऋषिकुल में बना दिया जाएगा…साथ ही उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में जीपीएस लगवाया जाएगा, जिससे मेला पुलिस के पता चल सके कि इस समय बस कहां पर चल रही है। ऐसे में यदि किसी बस को कहीं पर भेजना होगा वहां पर तुरंत ही उसके चालक की लोकेशन देखकर भेजा जाएगा।
इसके लिए पहले से ही उत्तराखंड परिवहन निगम के हरिद्वार डिपो के अधिकारियों से 700 बसों की सूची, चालकों के मोबाइल नंबर व उनके रजिस्ट्रेशन नंबर समेत मांगी गई है। स्नान से पहले अधिकतर बसें पहुंच गई हैं। इनका संचालन जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा…