25 फीसदी युवाओं ने नहीं दी पीसीएस मेन्स की परीक्षा, बायकॉट की मुहीम का क्या रहा असर
बेरोजगार संघ की ओर से चलाई जा रही बायकॉट यूकेपीएससी की मुहीम का वो असर देखने को नहीं मिला जिसकी उम्मीद युवा कर रहे थे। पीसीएस मुख्य परीक्षा में लगभग 25 फीसदी युवा ऐसे थे जिन्होंने परीक्षा नहीं दी। जबकि बेरोजगार संघ इस बात की उम्मीद कर रहा था कि परीक्षा न देने वालों का ये आंकड़ा कमसेकम 50 फीसदी से उपर तो रहेगा ही। लेकिन ऐसा नहीं हुआ 23 फरवरी को पहले दिन मुख्य परीक्षा में 75 फीसदी की उपस्थित रही। पहली पाली में जहां 75 फीसदी अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी वहीं दूसरी पाली में 74 फीसदी युवा परीक्षा देने पहुंचे। पहली पाली में जहां 4264 ने अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, वहीं दूसरी पाली में ये संख्या घटकर 4214 पर आ गई। पहली पाली में 1378 अनुपस्थित थे, जिनकी संख्या दूसरी पाली में बढ़कर 1422 पर पहुंच गई। यानी पीसीएस मेन्स परीक्षा के पहले दिन कुल 1422 अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी। इसके पीछे कई कारण बताया जा रहे हैं जिसमें परीक्षा की अच्दी तैयारी न होना पहला और बड़ा कारण है, इसके अलावा बेरोजगार आंदोलन के चलते भी कुछ युवाओं का परीक्षा से मोह भंग हुआ है।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पीसीएस मुख्य कल से शुरू हुई है और परीक्षा 26 फरवरी तक देहरादून, हरिद्वार और हल्द्वानी स्थित 16 केंद्रों पर कराई जा रही है। सभी अभ्यर्थियों को त्रिस्तरीय सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ा। देखना होगा कि आज होने वाली दोनों पालियों में कि उपस्थिति और अनुपस्थिति का आंकड़ा कितना रहता है।