उत्तराखंड में इस बार सर्दी कितना कहर ढायेगी इसका अंदाज़ा आपको इन दिनों राजपुर रोड की देर शाम का तापमान बता देगा …. दफ्तर और मार्केट से लौटते हुए अब लोगों को सर्दी का भी एहसास होने लगा है। इसका सीधा मतलब है कि उत्तराखंड में सर्दी के मौसम का आगाज हो चुका है। रात में तापमान गिरने के साथ-साथ दिन में भी हल्की ठंडक होने लगी है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार कड़ाके की ठंड पड़ेगी, और ऐसा भी मुमकिन है कि इस बार सर्दी का सीजन लंबा चलेगा । वहीँ मौसम वैज्ञानिक अनुमान लगा रहे हैं कि उत्तर भारत में शीत लहर भी चल सकती है।
मौजूदा समय की बात करें तो उत्तराखंड के ज्यादातर ज़िलों में फिलहाल आसमान साफ है और तेज धूप से लोगों को दिन में राहत है लेकिन शाम होते होते तापमान ठण्ड का एहसास दिलाता है। पहाड़ की बात करें तो अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री के आसपास पहुँच रहा है कहीं कहीं तो हवाएं उत्तर-पश्चिम की दिशा से 4.8 किमी की रफ्तार से भी चलीं हैं । मौसम में नमी 52 प्रतिशत दर्ज की गई। अक्तूबर के अंत में रात का तापमान 12 से 13 डिग्री पहुंच सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है। भारत में मौसम के रुख को तय करने में ला नीना और एल नीनो प्रभाव का काफी अहम रोल है। ला नीना के कारण इस बार अधिक ठंड पड़ने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि ला नीना एक प्रक्रिया है, जिसके तहत समुद्र में पानी ठंडा होना शुरू हो जाता है। समुद्री पानी पहले से ही ठंडा होता है, लेकिन इसके कारण उसमें ठंडक बढ़ती है, जिसका असर हवाओं पर पड़ता है। एल नीनो में इसके विपरीत होता है। दोनों ही क्रियाओं का असर सीधे तौर पर भारत के मानसून और सर्दी के मौसम पर पड़ता है
इसी बदलते मौसम पर एक्सपर्ट मानते हैं कि सर्दी की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है। ला नीना के चलते इस बार कड़ाके की ठंड पड़ने की उम्मीद है। ऐसा भी लगता है कि जाड़े का मौसम लंबा होने जा रहा है