बढ़ रहा है साइबर क्राइम, एसटीएफ ने किया 350 करोड़ रूपए की ठगी का पर्दाफाश
-आकांक्षा थापा
उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फ़ोर्स (एसटीएफ) ने 350 करोड़ रूपए से ज़्यादा की साईबर धोखाधड़ी का खुलासा किया है.. इस मामले में एक आरोपी को उत्तरप्रदेश के नोएडा से गिरफ्तार कर लिया गया है..
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया की आरोपियों ने निवेश की राशि दोगुनी करने का वादा कर अलग-अलग राज्यों से करीब 5 लाख लोगों को 350 करोड़ रुपयों से भी ज़्यादा की चपत लगायी है… आरोपियों का दावा था की वे एक ऑनलाइन एप “पावर बैंक” का इस्तेमाल कर उनका पैसा दोगुना कर देंगे। डीजीपी ने बताया की 7 जून को नोएडा के सेक्टर-99 से गिरफ्तार किये गए आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया की एप के ज़रिये विभिन्न योजनाओं में जो धन जमा होता था उसे क्रिप्टोकरेन्सी के ज़रिये विदेशों में भेजा जाता था… एसटीएफ ने आरोपियों से 19 लैपटॉप, 5 मोबाइल फ़ोन और करीब 600 सिम कार्ड बरामद किये।
इसके साथ पुलिस महानिदेशक ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ से ऐसा लगता है कि यह सिंडीकेट संभवत: चीन के घोटालेबाजों द्वारा चलाया जा रहा था । 12 मई तक गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध ‘पॉवर बैंक’ एप विभिन्न योजनाओं में निवेश पर आकर्षक रिर्टन्स की पेशकश कर रहा था और उत्तराखंड पुलिस ने विदेशी लिंक वाली इस ऑनलाइन धोखाधड़ी की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो, खुफिया ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय से मदद मांगी है ।
मामले की जांच करने वाले एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पुलिस को इस एप के जरिए धोखाधड़ी से संबंधित अब तक 25 शिकायतें प्राप्त हुई हैं । उन्होंने बताया कि उत्तराखंड एसटीएफ ने हरिद्वार जिले के दो व्यक्तियों द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले की जांच शुरू की थी…..शिकायतकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने जिस ऑनलाइन एप के जरिए एक योजना में 1.5 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश किया था, वह अब गूगल प्ले स्टोर से ही गायब है ।
उत्तराखंड पुलिस ने देश के सबसे बड़े साइबर फ़्रॉड को उजागर किया है। पावर बैंक जैसे फ़र्ज़ी एप के नाम पर देशभर में लाखों लोगों को ठगने के मामले में भारतीय सहित चीनी नागरिक भी शामिल है। हमें खुशी है कि हमारे साथी पुलिस बल बेंगलुरु और दिल्ली पुलिस इस पर आगे की कार्यवाही कर रहे हैं। pic.twitter.com/CtE6DRNAOI
— Ashok Kumar IPS (@AshokKumar_IPS) June 9, 2021