देश के कई राज्यों में फसलों का तबाह कर चुका टिड्डी दल अब उत्तराखंड के कुमाऊं में पहुंच गया है। शुक्रवार दोपहर को टिड्डियों का झुंड चंपावत के टनकपुर में मंडराता नजर आया। बताया जा रहा है कि टिड्डियों का यह दल नेपाल सीमा की ओर से टनकपुर पहुंचा है। शुक्रवार दोपहर करीब साढ़़े तीन बजे नेपाल सीमा की ओर से आसमान में जैसे ही टिड्डियों का झुंड मंडराता नजर आया। देखते ही देखते समूचे क्षेत्र में टिड्डियों के आतंक का खौफ छा गया। हालांकि फसलों में हमले की सूचना नहीं है।
टिड्डी दल के अलर्ट से चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र में हड़कंप मचा है। टिड्डियों के प्रकोप का उत्तर प्रदेश से लगे उत्तराखंड के जिलों में भी खतरे के अंदेशे का ऊधमसिंह नगर जिले से शुक्रवार को अलर्ट मिला। इसमें यूपी से लगे प्रदेश के तीन जिलों (चंपावत, यूएस नगर और नैनीताल) में टिड्डियों के खतरे को लेकर आगाह किया गया है। इसकी भनक लगते ही आननफानन में चंपावत के मुख्य कृषि अधिकारी राजेंद्र उप्रेती ने टनकपुर पहुंच खेतों का मुआयना करने के साथ किसानों को आगाह किया।
सामान्य रूप से एकांत में रहने वाली टिड्डियां अनुकूल वातावरणीय दशाओं व भोजन की प्रचुरता पर समूह में रहने लगते हैं। समूह में होने पर ये टिड्डी दल बहुभक्षी हो जाता है। साथ ही तमाम वनस्पतियों को खा जाती है। एक मादा टिड्डी अंडों को अंड समूह में मुख्य रूप से बलुई भूमि की सतह से 15 सेंटीमीटर नीचे देती है। दो-तीन अंड समूहों में 100 अंडे प्रति समूह देती है। टिड्डी दल के किच्छा क्षेत्र के तमाम ग्रामों में किसानों की फसल को बर्बाद करने की जानकारी के बाद विधायक राजेश शुक्ला ने आयुक्त कुमाऊं अरविंद सिंह ह्यांकी से टेलीफोन पर वार्ता कर ड्रोन से निरीक्षण करने व फायर बिग्रेड लगाकर टिड्डी दल भगाने हेतु कहा।
कुमाऊं कमिश्नर के निर्देश पर जिला प्रशासन हरकत में आया और ग्राम दरऊ, सैजना, पक्की खमरिया, भमरोला समेत तमाम ग्रामों में फसल बचाने का अभियान शुरू किया।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने टिड्डी दल के हमले को लेकर जरूरी दिशानिर्देश दिया है. कृषि मंत्री ने किसानों को सलाह दी है कि वे हमले को लेकर सतर्कता बरतें और दवाइयों का छिड़काव करें. डब्बे और थाली बजाने के साथ-साथ धुआं करने जैसे पारंपरिक तरीकों पर अमल करने की भी सलाह दी गई है.