उत्तराखंड में प्रवासी पक्षियों की बाक़ायदा होगी अब ड्रोन से निगरानी
ऊधमसिंह नगर के खटीमा के जलाशयों में प्रवासी पक्षियों की ड्रोन से मॉनिटरिंग होगी. तराई पूर्वी वन प्रभाग में बैगुल डेम, धौरा डेम, नानक सागर तथा शारदा सागर जलाशय में सर्दी के मौसम में सैंकड़ों की संख्या में दूरस्थ क्षेत्रों से विदेशी सैलानी पक्षी प्रवास करते हैं ।
कोरोना संक्रमण के बाद अब भारत में बर्ड फ्लू भी तेजी से फैल रहा है । कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं । हिमाचल के बाद अब राज्य मे इसकी रोकथाम के लिए सरकार नये नये कदम भी उठा रही है। ऐसे मे अब केंद्र सरकार ने भी इसको लेकर एडवाइजरी जारी की है , लिहाजा उत्तराखंड मे बर्ड फ्लू को लेकर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. इसके लिए वन विभाग की भी खास तैयारी है ।
आपको बता दे कि ऊधमसिंह नगर के खटीमा के जलाशयों में प्रवासी पक्षियों की ड्रोन से मॉनिटरिंग होगी । तराई पूर्वी वन प्रभाग में बैगुल डेम, धौरा डेम, नानक सागर तथा शारदा सागर जलाशय में सर्दी के मौसम में सैंकड़ों की संख्या में दूरस्थ क्षेत्रों से विदेशी सैलानी पक्षी प्रवास करते हैं । ऐसे मे विदेश से आने वाले सैलानी पक्षियों के प्रवास के कारण एवियन इन्फ्लूएंजा के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है । यही वजह है कि पूर्वी वन प्रभाग के जलाशयों में विदेशी प्रवासी पक्षियों की ड्रोन से मॉनिटरिंग शुरू कर दी गई है ।
तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार ने मीडिया को बताया है कि बैगुल, शारदा सागर, नानक सागर और धौरा डैम में अब ड्रोन के माध्यम से हफ्ते में दो दो दिन प्रवासी पक्षियों की मॉनिटरिंग की जाएगी. डीएफओ ने कहा कि ड्रोन के माध्यम से क्षेत्र की एरियल विडियोग्राफी व फोटोग्राफी कर सघन विश्लेषण किया जायेगा. इसके साथ ही अतिरिक्त तराई पूर्वी वन प्रभाग, हल्द्वानी के समस्त रेंज के स्टाफ द्वारा सतर्कता बरती जा रही है यानि नई चुनौती के लिये भी अब हमको तैयार हो जाना चाहिये