2 महीनों से भी ज्यादा दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन पर राजनीति खूब गरमा रही है… कांग्रेस जहां किसानों के साथ खड़ी है तो वहीं भाजपा इस कृषि कानून को किसानों के हित मे बता रही है लेकिन किसान इन कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग पर अड़े हैं लिहाजा किसानों की कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग पर सरकार के साथ कई दौर की वार्ता भी विफल हो चुकी है ऐसे में अब किसानों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है…
किसान जहां छह फरवरी को दिल्ली में चक्का जाम करने की घोषणा भी कर चुक है आपको बता दें किसान यूनियनों ने छह फरवरी को ‘चक्का जाम’ तो करेंगे ही किसान अपने आंदोलन स्थलों के आसपास इंटरनेट पर रोक, अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न और अन्य मुद्दों के खिलाफ तीन घंटे तक राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को रोककर अपना विरोध दर्ज कराएंगे…जय भारत टीवी ने किसानों के मुद्दे पर जब कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से बात की तो उनका कहना है कि तीनों कृषि कानून किसानों को मजबूत बनाते है लेकिन कुछ कारपोरेट घराने किसानों को अपनी रोटियां सेंकने के लिए भ्रमित कर रहे हैं साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा है कांग्रेस के विरोध करने की भावना से यही लगता है किसानों को भ्रमित कर कांग्रेस अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने का काम कर रही है…कृषि मंत्री सुबोध उनियाल का ये भी कहना है कि किसानो के साथ आज सरकार खड़ी है और किसानों के हित मे सरकार फ़ैसले ले रही है…