चाचा उपराष्ट्रपति, दादा स्वतंत्रता सेनानी, माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की कहानी
यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। वो बांदा जेल में बंद था। गुरुवार शाम को उसकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उसे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अंसारी की मौत के बाद यूपी में धारा 144 लागू कर दी गई बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
अंसारी की मौत की वजह कार्डिएक अरेस्ट बताई जा रही है। मुख्तार अंसारी 5 बार विधायक रह चुका है। वो 2005 से सजा काट रहा था। अलग-अलग मामलों में उसे 2 बार उम्रकैद हुई थी। 60 साल के मुख्तार अंसारी ने हाल ही में कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसे जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है। यही कारण है कि उसकी मौत पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं।
मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान की है। मुख्तार के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे। मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र दिया गया था। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी रिश्ते में मुख्तार अंसारी के चाचा लगते हैं।
मुख्तार अंसारी खिलाफ 61 आपराधिक मामले दर्ज थे। इनमें से 15 हत्या के मामले थे।