उत्तराखंड की साक्षी ने जीता मिसस इंटेलिजेंट का खिताब, महिलाओं के लिए बनी प्रेरणा की मिसाल
अगर आप आत्मविश्वास की कमी से निराश हैं और ऐसा सोच रहे हैं कि सबकुछ खत्म हो गया है, तो आप सफल व्यक्तियों के जीवन से सीख ले सकते हैं। खासतौर पर ऐसे लोगों से जो मेहनत और जुनून से अपना लक्ष्य प्राप्त करते हैं। पूरे देश में महिला सशक्तिकरण की कई प्रेरणात्मक कहानियाँ हैं, आज की महिला हर क्षेत्र में अग्रसर है.. आज की नारी में वो ताकत है कि जो समाज और देश में बहुत कुछ बदल सकती है। ऐसे ही कुछ कर दिखाने का जस्बा लेकर महिलाओं के लिए उदाहरण बनी उत्तराखंड के देहरादून की निवासी साक्षी राणा भट्ट।
वो कहते है न मन के हारे हार है, मन के जीते जीत, आज पूरे देश को आत्मविश्वास का परिचय देते हुए साक्षी ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है… जिसके बाद इनसे कई महिलाओं को प्रेरणा मिलेगी। हाल ही मे साक्षी ने मिसेज उत्तर प्रदेश क्वीन ऑफ़ वर्च्यू में प्रतिभाग लिया जिसमें उन्हें मिस इंटेलीजेंट का खिताब मिला। 40 साल की उम्र में उनकी सोच और जज्बे ने सफलता की उड़ान पर रोक नहीं लगने दी। आज साक्षी उन महिलाओ के लिए भी प्रेरणा का आधार बनी है जो शादी के बाद अपने सपनों को मार देती है। घर-ग्रहस्ती के कामों में अपने सपनों को त्याग देती हैं.. यही नहीं, साक्षी ने मिस इंटेलीजेंट का खिताब जीतकर उत्तराखंड का नाम भी रोशन कर दिया है..
पहले भी कई ब्यूटी कांटेस्ट में भाग ले चुकीं हैं साक्षी…
अपने कॉलेज के दिनों में साक्षी मिस फ्रेसर का खिताब जीत चुकी हैं। कॉलेज के समय से ही साक्षी ब्यूटी कांटेस्ट में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया करती थी। आज उनकी दो बेटियाँ है, बच्चों की देखरेख के कारण, बड़ी बेटी के पैदा होने के बाद से ही उन्होंने अपने सपनों पर अंकुश लगा दिया था। लेकिन उनको आगे बढ़ने के लिए उनके पति का बहुत बड़ा योगदान रहा है। पति और परिवार के समर्थन ने ही साक्षी को आज इस मुकाम तक पहुँचाया है। साक्षी के पति सेना में कर्नल है और उन्होंने ही साक्षी को उनकी खूबियों का अहसास करवाया …. उन्हें नई उम्मीद दी जिसके बाद वो पूरे आत्मविश्वास के साथ इस कांटेस्ट में हिस्सा ले सकीं। साक्षी को स्केचिंग और ट्रैवेलिंग का भी शौक है, और वे एक फिटनेस फ्रीक भी हैं।