Thursday, April 25, 2024
अल्मोड़ाउत्तर प्रदेशउत्तरकाशीउत्तराखंडउधम सिंह नगरकोविड 19क्राइमचमोलीचम्पावतटिहरी गढ़वालदेहरादूननैनीतालपिथौरागढ़पौड़ी गढ़वालबागेश्वरराजनीतिराज्यरुद्रप्रयागहरिद्वार

नाबलिग से दुष्कर्म और थाने मे दुर्व्यह्वार पर PMO मे हुयी शिकायत  –  सहसपुर ग्राम प्रधान पर बाल आयोग सख्त

पुलिस और पंचायत प्रतिनिधि पर है आरोप

बाल आयोग ने एसएसपी से रिपोर्ट मांगी

नाबलिग से दुष्कर्म और थाने मे दुर्व्यह्वार पर बाल आयोग सख्त

क्या अब सहसपुर ग्राम प्रधान पर कसेगा पुलिस का शिकंजा

अभी हरिद्वार मे महिला अपराध का मामला सुलझा भी नही है और अब राजधानी देहरादून के सहसपुर से दिल दह्ला देने वाली खबर आयी है जहा एक मासूम दुराचार पीड़िता दिव्यांग नाबालिग और परिजनों के साथ पुलिस और पंचायत प्रतिनिधि की ओर से दुर्व्यवहार और धमकी देने के मामले को बाल संरक्षण आयोग ने गंभीरता से लिया है।

खबर ऐसी है कि बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने एसएसपी देहरादून को सहसपुर थाना पुलिस कर्मियों और पंचायत प्रतिनिधि के दुर्व्यवहार के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिया हैं। इतना ही नही  बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने पंद्रह दिन के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।

बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने एसएसपी को भेजे पत्र में कहा कि उनको सहसपुर थाना क्षेत्र की एक महिला का शिकायती पत्र मिला है। जिसमें महिला ने कहा कि उसकी 13 वर्षीय दिव्यांग नाबालिग बेटी का 18 नवंबर की रात को अपहरण हो गया था। 19 नवंबर को आरोपी गांव के एक पंचायत प्रतिनिधि के समक्ष उसकी बेटी को लाया। जहां पंचायत प्रतिनिधि ने उसकी बेटी की पिटाई की। 

दस हजार रुपये लेकर मुंह बंद करने को कहा। महिला ने आरोप लगाया कि पंचायत प्रतिनिधि ने धमकी दी कि मुंह खोला तो परिजनों को जान से मारेंगे। महिला ने बताया कि इस मामले में जब वह सहसपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने गयी तो एक महिला कांस्टेबल पहले तो मामले को टालती रही। सुबह गयी तो शाम को बुलाया और शाम को गयी तो सुबह बुलाया। उसके बाद कांस्टेबल पंचायत प्रतिनिधि के पास उसे ले गयी। जहां पंचायत प्रतिनिधि और कांस्टेबल ने उसे धमकाया और रिपोर्ट दर्ज न कराने की धमकी दी। 

महिला ने बताया कि इस मामले में मात्र दुराचार के आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गयी। जबकि कार्रवाई में बाधा डालने वाले पंचायत प्रतिनिधि के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने इस मामले में एसएसपी से महिला को धमकी देने और कार्रवाई में बाधा डालने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए पंद्रह दिन के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। आपको यहा ये भी बता दे कि पीड़िता दिव्यांग नाबालिग के परिजनो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी शिकायती पत्र लिखा है अब देख्ना होगा कि क्या आरोप मे घिरे सहसपुर ग्राम प्रधान और अन्य के खिलाफ़ क्या सख्त कानूनी कार्यवाही होगी या मामले मे स्थानीय  राजनीति अपना रंग दिखा देगी ?     

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *