राजौरी आतंकी मुठभेड़ में उत्तराखंड का लाल शहीद, जवान रूचिन सिंह रावत की शहादत से समूचे उत्तराखंड में शोक की लहर
चमोली जिले के गैरसैंण ब्लॉक के कुनीगाड़ मल्ली गांव निवासी वीर जवान रुचिन सिंह रावत जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं। बीते दिन हुई इस मुठभेड़ में भारत ने अपने पांच वीर जवानों को खोया है इन्हें पांच शहीदों में एक रूचिन रावत भी हैं। उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही कुनीगाड़ सहित पूरे गैरसैंण क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है। 30 वर्षीय रुचिन रावत 2010 में सेना में भर्ती हुए थे। शहीद की पत्नी और बेटा जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ही रहते हैं। उसकी पत्नी ने ही गैरसैंण में अपने माता-पिता को पति के शहीद होने की सूचना दी।
रुचिन अपने पीछे दादा-दादी, माता-पिता, पत्नी और एक चार साल के बेटे को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। रुचिन की पत्नी और बेटा उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ही रहते हैं। रुचिन काफी हंसमुख स्वभाव के थे। वो जब छुट्टी में गांव आते थे तो सामाजिक कार्यों में खूब बढ़-चढ़कर भाग लेते थे। रूचिन के शहीद होने की खबर जैसे ही परिवार वालों को मिल गैरसैंण समेत पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रूचिन की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुये अपनी सांत्वना प्रकट की है।