Wednesday, December 4, 2024
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रंगीली पिछोड़ी ओढ़कर प्रियंका का उत्तराखण्ड में चुनावी आगाज, धर्म जाति की नहीं अब विकास की बात होगी-प्रियंका

देहरादून- कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को देहरादून से चुनाव का आगाज किया। प्रियंका गांधी ने वर्चुअल रैली को संबोधित किया और कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी किया। रंगीली पिछोड़ी ओढ़कर प्रियंका ने उत्तराखण्ड की महिलाओं के करीब आने की कोशिश की। प्रियंका ने कहा कि वे उनका परिवार कई पीढ़ियों से यहां पढ़ाई कर रहे हैं। मेरे पिता, चाचा, भाई, मेरा बेटा, मैं सभी यहीं से पढ़े हैं। प्रियंका ने कहा देवभूमि में जिस तरह की सरकार चल रही है उसे देखकर दुख होता है। मैं कहना चाहती हूं कि यह दुख क्यों हो रहा है, सरकारें आती हैं विकास पूरा नहीं होती है। एहसास यही होता है कि चलो आगे हो जाएगा। लेकिन उत्तराखण्ड में तो कोई काम नहीं हुआ। जनता की उम्मीद को भाजपा सरकार ने तोड़ दिया है। पांच सालों में केवल उम्मीदें टूटी हैं वादे टूटे हैं। जो कांग्रेस सरकार ने काम किया था वही दिखता है उससे आगे कुछ नहीं हुआ। चुनाव में केवल उद्घाटन किये जाते हैं। भाजपा सरकार ने विज्ञापन में खर्च किया है। दिल्ली में उत्तराखण्ड का विज्ञापन चलता है। जनता के काम के लिये पैसे नहीं होते हैं। सच्चाई यह है कि रोजगार के लिये खाली पद हैं, लेकिन सरकार की नियत साफ नहीं है। डबल इंजन की सरकार का इंजन प्रेट्रोल डीजल महंगा होने से ठप हो गया है। महिलाओं से मिलती हूं तो वह परेशान हैं। लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा महिलाओं को अच्छा लगता है। महिलाओं के पास ज्यादा मौके नहीं है। वह घर देखती है बाहर खेत में भी काम करती हैं। कोरोना की मार सबसे ज्यादा महिलाओं ने उठाई है। लेकिन राजनीतिक दल महिलाओं की बात नहीं करते। उत्तराखण्ड में हर पांच घंटे में महिला के पर अत्याचार होता है। पहाड़ी राज्य में स्वास्थ सेवाएं नहीं मिलती। लंबी दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। सबसे ज्यादा बेरोजगारी महिलाओं में है। आशा, आंगनबाड़ी की महिलाओं के पैसे नहीं बढ़े हैं। यूपी में आशा कार्यकत्रियां परेशान हैं। जब महिलाएं अपनी आवाज उठाती हैं तो उन पर रासुका लगाया जाता है। उत्तराखण्ड में सरकार चलाने वाले रोजगार की बात नहीं करते वे केवल धर्म की बात करते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य के बारे में कौन सोच रहा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तराखण्ड की जनता का जीवन बेहतर नहीं हो पाया है। उत्तराखण्ड के गन्ना किसान का बयाका नहीं मिला है। देश के प्रधानमंत्री अपने लिये 16 हजार करोड़ के दो हवाई जहाज खरीदें हैं इतने में तो पूरे देश का गन्ना बकाया चुकाया जा सकता था। मीडिया में इस बात की आलोचना नहीं होती। किसान परेशान है उन्हें खाद नहीं मिल रही। कोरोना में उत्तराखण्ड लौटकर आये युवा परेशान थे कांग्रेस उन्हें वापस लेके आई। ऑक्सीजन भारत में सबसे ज्यादा बनता है दूसरी लहर के बीच एक साल का समय था सरकार ने ऑक्सीजन का निर्यात किया, वैक्सीन भी बेच दी। जब कोरोना की लहर आई तो लोग मरने लगे। महिला परेशान, नवजवान, दलित परेशान हैं, किसाना परेशान, महंगाई ने बुरा हाल किया है। बच्चे पढ़ा नहीं सकते। बड़े उद्योगों को बेचा जा रहा है केवल पीएम के दोस्त उद्योगपति फल-फूल रहे हैं। बजट में आम आदमी के लिये कुछ नहीं दिया। हीरे का काम सस्ता हुआ है मगर दवा महंगी हो गई है। सिलेंडर 5 सौ का होगा तो लोग ताली बजा रहे हैं यह ताली बजाने की बात नहीं है। ये परिस्थिति आई क्यों? जनता को उसका हक भी नहीं मिला। कांग्रेस ने कहा है कि हम जनता को उनका हक देंगे कोई एहसान नहीं कर रहे। प्रियंका गांधी ने कहा कि बदलाव कांग्रेस तभी लाएगी जब जनता साथ देगी। जनता अपने वोट की कीमत न लगाए ये अनमोल है। जनता अपना हक मांगे, उसी नेता को वोट देना जो विकास की बात करे। प्रियंका गांधी ने उत्तराखण्ड की महिलाओं का आहावान करते हुये कहा समय आ गया है अपने हक के लिये लड़ो, लड़की हो लड़ सकती हो।

प्रियंका ने घोषणा पत्र के ये वादे पढ़े

गैस 5 सौ पार नहीं होगी
4 लाख को रोजगार
पर्यटन को बढ़ावा, खास पैकेज, पर्यटन पुलिस बनाएंगे
40 प्रतिशत रोजगार में महिलाओं को हिस्सा
पुलिस में 40 प्रतिशत पद महिलाओं के लिये
सरकारी बस में महिलाओं को मुफ्त सफर
आशा कार्यकत्रियों को पैसा ढेड़ गुना बढ़ेगा
कोरोना पीढ़ितों को 40 हजार सालाना
स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव पहुंचाएंगे

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