देहरादून – उत्तराखंड में प्री मानसून एक्टिविटी अगले तीन-चार दिन में शुरू होने की संभावना है। मानसून के दौरान नदियां उफान में रहती है। मानसून में नदियों का जलस्तर काफी बढ़ जाता है। जिससे बड़े पैमाने पर कृषि समेत अन्य भूमि का कटाव हर साल होता है। यही नहीं, कई बार नदियों की बाढ़ जानमाल के खतरे का सबब बनती है। इसके तहत प्रदेश में सभी प्रमुख नदियों में जल स्तर नापने को वाटर इंडिकेटर लगाए जा रहे हैं, ताकि बराबर निगरानी रखी जा सके। ये कार्य मानसून से पहले पूर्ण कराने के निर्देश विभाग को दिए गए हैं। इसी कड़ी में गंगा, यमुना समेत राज्य की सभी प्रमुख नदियों पर 59 स्थानों पर वाटर इंडीकेटर लगाए जाएंगे। साथ ही, 44 स्थानों पर वर्षा नापने के यंत्र, पांच स्थानों पर बर्फ नापने के यंत्र और पांच मौसम केंद्र भी बनाए जाने प्रस्तावित हैं। सिंचाई विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।