प्रधानमंत्री मोदी की फिरोजपुर रैली रद्द, सुरक्षा में चूक बताई वजह
प्रधानमंत्री मोदी आज पंजाब के फिरोजपुर में रैली करने वाले थे। लेकिन रैली को आखरी मौके पर रद्द करना पड़ा। पहले रैली रद्द होने की वजह बारिश मानी जा रही थी। लेकिन अब इसके पीछे सुरक्षा का हवाला दिया जा रहा है। गृह मंत्री ने बताया कि आज सुबह प्रधानमंत्री मोदी बठिंडा पहुंचे, जहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। बारिश और खराब विजिबिलिटी की वजह से पीएम करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार करते रहे। जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह तय किया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय मेरीटर्स मेमोरियल का दौरा करेंगे, जिसमें 2 घंटे से अधिक का समय लग सकता था। डीजीपी पंजाब पुलिस ने जानकारी दी कि सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि के बाद वह सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए आगे बढ़े थे। हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो पाया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया है। इसके बाद पीएम मोदी 15-20 मिनट फ्लाईओवर पर फंसे रहे। बाद में पीएम में वहीं से वापस एयरपोर्ट लौटना पड़ा। हालांकि भाजपा ने रैली रद्द होने के पीछे सुरक्षा व्यवस्था में चूक होना बताया मगर कांग्रेस का आरोप है कि रैली में संख्या कम होने और जनता के विरोध के चलते उन्हें रैली स्थगित करनी पड़ी।
आपको बता दें कि बीते रात से ही कुछ किसान संगठन फिरोजपुर में पीएम मोदी के खिलाफ विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। साथ ही सोशल मीडिया के जरिये वीडियो और पोस्ट डालकर अपनी नाराजगी जता रहे थे। विरोध प्रदर्शन कर शहीद हुए किसानो के लिए इंसाफ भी मांगा जा रहा था। ट्वीटर पर भी गो बैक मोदी का हैशटैग सबसे टॉप पर ट्रेंड कर रहा है। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि कृषि कानून लागू होने के बाद, संघर्ष के दौरान 700 किसानों की शहादत हुई है। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कानून वापस लिए था। जबकि अब भी किसानों की कई मांगें नहीं मानी गई हैं। ऐसे में कुछ किसान संगठनों ने पीएम की रैली के विरोध में प्रदर्शन का ऐलान किया था। वहीं पंजाब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब आकर यहां की जनता को पैकेज देना चाहते थे। लेकिन उनको ऐसा नहीं करने दिया गया पीएम मोदी को सुरक्षा नहीं दी गई, लिहाजा सीएम चन्नी को इस्तीफा देना चाहिए।