-आकांक्षा थापा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में आज सुबह दिल्ली स्थित AIIMS में कोरोना वाइरस टीकाकरण का पहला डोज़ लगवाया।
वहीँ जहाँ स्वदेशी वैक्सीन को लेकर विपक्ष सवाल खड़े कर रहा था, वहां आज प्रधानमंत्री ने भारत बायोटेक द्वारा कोवैक्सीन लगवाकर इसकी विश्वसनीयता को लेकर लोगों को बड़ा संदेश दिया है। पीएम मोदी को अभी टीके का पहला डोज़ लगा है और 28 दिन बाद उन्हें दूसरा डोज़ लगाया जायेगा। उन्होंने अपने टीकाकरण की सूचना अपने एक ट्विटर पोस्ट के ज़रिए दी थी, जिसमे वे मुस्कुराते हुए टीका लगवा रहे हैं।
आज से कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण शुरू हो गया है… जिसके तहत 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 45 से 59 आयु वर्ग के उन लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं। वहीँ पहले सिर्फ हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को ही टीका लग रहा था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मुताबिक, आज से कोई भी व्यक्ति किसी भी केंद्र पर कोरोना का टीका लगवा सकता है…जहाँ सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में टीका लगेगा, वहीँ निजी अस्पतालों में प्रत्येक खुराक के लिए 250 रुपये देने होंगे। इसमें 150 रुपये टीके के लिए और 100 रुपये सर्विस चार्ज देना होगा।
टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे कराएं?
रजिस्ट्रेशन कराने के तीन तरीके हैं। आप ऐडवांस में सेल्फ रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके अलावा ऑन द स्पॉट जाकर रजिस्टर कराने का भी विकल्प है। तीसरे विकल्प में सरकार खुद आपसे वैक्सीन के लिए संपर्क करेगी।
सेल्फ रजिस्ट्रेशन: अगर आप टीकाकरण के योग्य हैं तो Co-WIN ऐप डाउनलोड कर खुद को रजिस्टर कर सकते हैं। इसके अलावा आरोग्य सेतु पर भी रजिस्टर किया जा सकता है। Co-WIN की वेबसाइट cowin.gov.in पर भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
सीनियर सिटिजंस (60+ उम्र वाले) के लिए फोन से रजिस्ट्रेशन का विकल्प भी है। इसके लिए आपको कॉल सेंटर का नंबर 1507 डायल करना होगा।
ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन: अगर आप सेल्फ-रजिस्टर नहीं करा सकते तो नजदीकी कोविड टीकाकरण केंद्र पर जा सकते हैं। वहां आप खुद को रजिस्टर करा सकते हैं। एक वैध पहचान पत्र और को-मॉर्बिडिटी का सर्टिफिकेट (अगर लागू है तो) ले जाना न भूलें।
फेसिलेटेड रजिस्ट्रेशन: यह तरीका राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों के लिए है। टारगेट ग्रुप्स के लिए टीकाकरण की तारीख तय की जाएगी। स्वास्थ्य अधिकारी अपनी तरफ से कोशिश करेंगे कि सभी टारगेट ग्रुप्स को केंद्र तक लाया जाए। इसके लिए ASHA, ANM, पंचायती राज और महिलाओं के सेल्फ-हेल्प ग्रुप्स को यूज किया जाएगा।