नगर पालिका परिषद ने कूड़ा डंपिंग जोन में अवैध कब्जा कर बनाई गयी तीन जुग्गी झोपड़ियों को तोडा। साथ ही अन्य चार झोपड़ियों को अगले 3 दिनों में खाली करने का समय दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार मसूरी रोपवे निर्माण के लिए नगर पालिका ने शिफन कोर्ट से मजदूरों के परिवारों को हटाया था। जिसमें से कुछ को आईडीएच में बसाया गया। लेकिन कुछ को वहां आवास नहीं मिल पाया। ऐसे में बाकी के मजदूर कूड़ा डंपिंग जोन में जुग्गी झोपड़िया बनाकर रहने लगे। वहीं मजदूरों ने भी इसके खिलाफ कड़ा प्रदर्शन किया। नाराज मजदूरों का कहना है कि नगर पालिका मजदूरों पर अत्याचार कर रही है। इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। पहले मजदूरों को शिफन कोर्ट से बेघर किया गया उसके बाद उन्हें आइडीएच में उन्हें जगह नहीं दी गयी और अब उन्हें बेघर किया जा रहा है। मजदूरों का कहना है कि वह इसके खिलाफ रणनीति के साथ कड़ा विरोध करेंगें। वहीं, पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि यह पालिका का कूड़ा डंपिंग जोन है और यहां पर बायोमैथीन प्लांट लगाया जाना है। इसके तहत यहां पर किए गए अतिक्रमण को हटाया जा रहा है। इसीलिए यहां झुग्गी बनाकर निवास कर रहे मजदूरों को भी हटाया जा रहा है।