Saturday, April 27, 2024
उत्तराखंड

देहरादून में चलेगी नियो मेट्रो, केन्द्र को भेजा गया प्रस्ताव

देहरादून में मेट्रो और केबल कार प्रोजेक्ट के रद्द होने के बाद अब मेट्रो नियो चलाने पर काम किया जा रहा है। यूकेएमआरसी ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है और राज्य सरकार से मुहर लगने के बाद इसे केंद्र को भेजा गया है। ये प्रोजेक्ट करीब 1600 करोड़ का है। नियो मेट्रो के शहर में दो कॉरिडोर बनाये गये हैं जिसमें एक पूर्व से पश्चिम और दूसरा दक्षिण से उत्तर है। पहला एफआरआई से रायुपर और दूसरा आईएसबीटी से गांधी पार्क तक बनेगा।
एफआरआई से रायपुर रूट 13.9 किमी लंबा होगा और 15 स्टेशन बनेंगे। इनमें एफआरआई, बल्लूपुर, आईएमए ब्लड बैंक, दून स्कूल, मल्होत्रा बाजार, घंटाघर, सीसीएमसी, आराघर चौक, नेहरू कॉलोनी, विधानसभा, अपर बदरीश कॉलोनी, अपर नत्थनपुर, ऑर्डनेंस फैक्टरी, हाथीखाना चौक, रायपुर शामिल हैं। इस रूट के लिए 5.08 हेक्टेयर सरकारी और 1.38 हेक्टेयर निजी भूमि के अधिग्रहण की जरूरत है। निर्माण कार्य के दौरान करीब आठ हजार स्क्वायर मीटर जगह अस्थायी तौर पर चाहिए।
दूसरा कॉरिडोर आईएसबीटी से घंटाघर तक होगा। इस रूट की लम्बाई साढ़े आठ किमी होगी। आईएसबीटी, सेवला कलां, आईटीआई, लाल पुल, चमनपुरी, पथरीबाग, रेलवे स्टेशन, कचहरी, घंटाघर और गांधी पार्क पर स्टेशन बनेंगे। इस रूट के लिए 1.58 हेक्टेयर सरकारी और 1.18 हेक्टेयर निजी भूमि का अधिग्रहण होना है।
चलिये अब आपको बताते हैं कि मेट्रो नियो है क्या और कैसे ये मेट्रो से अलग है-
मेट्रो नियो रेल गाइडेड सिस्टम है। इसमें रबड़ के टायर वाले इलेक्ट्रिक कोच होते हैं। ये कोच स्टील या एल्युमीनियम के बने होते हैं। इसमें इतना पावर बैकअप होता है कि बिजली जाने पर भी 20 किमी तक चल सकते हैं। सामान्य सड़कों के किनारों पर फेंसिंग करके या दीवार बनाकर इसका ट्रैक तैयार होता है। इसमें ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम होगा जिससे स्पीड लिमिट नियंत्रण में रहेगी। टिकट का सिस्टम क्यूआर कोड या सामान्य मोबिलिटी कार्ड से होगा। ट्रैक की चौड़ाई आठ मीटर होगी। जहां रुकेगी वहां 1.1 मीटर का साइड प्लेटफॉर्म होगा। इसकी स्पीड 70 किमी प्रति घंटा होगी।

 

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