राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2021 : भारत में कैसे हुई प्रेस की शुरुआत, जानिए….
राष्ट्रीय प्रेस दिवस हर वर्ष भारत में 16 नवंबर को मनाता जाता है। भारत एक लोकतंत्र देश है और पत्रकारिकता को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता हैं …. भारत में “प्रेस की स्वतंत्रता”, भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 के तहत दी गयी थी….. जिसका मतलब है कि सभी लोगों को अभिव्यक्ति की आजादी हैं। जिसमे सभी वर्गो के लोगो कों ध्यान में रखते हुए प्रावधान दिया गया हैं कि कोई भी व्यक्ति अपने मन से कोई भी कार्य कर सकता हैं, किन्तु वह कार्य गैर क़ानूनी और असंवैधानिक नहीं होना चाहिए और न ही उस कार्य से किसी अन्य व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होना चाहिए। प्रेस किसी भी समाज का आईना होता है। प्रेस की आजादी से यह बात साबित होती है कि उस देश में अभिव्यक्ति की कितनी स्वतंत्रता है। विश्व में आज लगभग 50 देशों में प्रेस परिषद या मीडिया परिषद है। भारत में प्रेस को ‘वाचडॉग’ और प्रेस परिषद इंडिया को ‘मोरल वाचडॉग’ कहा गया है।
क्या है पत्रकारिता का उद्देश्य..
पत्रकारिता का उद्देश्य यह होता है कि एक पत्रकार को पता होना चाहिए कि, पत्रकारिता में तथ्यात्मकता यानी सटीकता होनी चाहिए, फिर चाहे वह पत्रकार प्रशिक्षित हो या गैर प्रशिक्षित। तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर, बढ़ा-चढ़ा कर या घटना को सनसनी बनाकर पेश करने की पत्रकारों की प्रवृत्ति आज लोकतंत्र के इस चौथे स्तंभ को खोखला कर रही है। इस समय देश को ऐसे पत्रकारों की आवश्यकता है, जो जैसा सुना गया और जैसा कहा गया हो .., उसे वैसे का वैसा ही जनता के सामने रखे, ताकि लोगों के दिलों में निष्पक्ष पत्रकारिता के प्रति सम्मान पैदा कर देश में योगदान दिया जा सके। यह दिन भारत में एक स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की मौजूदगी का प्रतीक है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस, प्रेस की स्वतंत्रता एवं जिम्मेदारियों की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट करता है। प्रेस का उद्देश्य लोगो के प्रति जागरूकता फैलाना और प्रेस की आजादी और समाचारों को लोगों तक पहुंचाना हैं..
ऐसे हुई थी शुरुआत
विश्व स्तर की बात करें तो 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था, जिसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में भी जाना जाता है। लेकिन भारत के प्रथम प्रेस आयोग ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा एवं पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उद्देश्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की थी। जिसके परिणामस्वरूप 4 जुलाई, 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना की गई, जिसने 16 नवम्बर, 1966 से अपना कार्य शुरू किया। तब से लेकर आज तक प्रतिवर्ष 16 नवम्बर को ‘राष्ट्रीय प्रेस दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।