जोशीमठ के होटल आपदा पीड़ितों से भरे, कहां ठहरेंगे चारधाम के यात्री
बीते दिन भराड़ीसैंण विधानसभा में उत्तराखंड सरकार ने ने साल 2023-24 के लिये करीब साड़े 77 हजार करोड़ का बजट पेश किया। इस बजट में जोशीमठ भूधंसाव राहत कार्यों के लिए 1000 करोड़ का प्राविधान किया गया है। मगर जोशीमठ के आपदा पीड़ित अभी भी नाखुश हैं। कारण है कि अभी तक सरकार ने जोशीमठ वासियों के रहने के लिये प्री फैब्रिकेटेड भवन नहीं बनाये और आपदा पीड़ितों को जोशीमठ के तमाम होटलों में रखा गया है। ऐसे में सवाल उठाया है जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने। अतुल सती का कहना है कि जोशीमठ के लोग 14 महीने से आंदोलनरत हैं लेकिन सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। आपदा पीड़ितों के लिये 4 हजार प्री फैब्रिकेटेड भवन बनाये जाने थे लेकिन आज तक एक भी नहीं बन पाया। जोशीमठ के सारे होटल आपदा पीड़ितों से भरे हैं तो बदरीनाथ के यात्री यात्रा सीजन में कहां रूकेंगे। और न ही अभी ये पता है कि आखिर जोशीमठ यात्रा के लिये सुरक्षित है या नहीं।
आपको बता दें कि इस बार चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं। हर साल लाखों की संख्या में यात्री बदरी विशाल के दर्शनों को पहुंचते हैं और अधिकांश यात्री जोशीमठ के होटलों में रूकते हैं ऐसे में इस बार दिक्कतें आनी तय हैं। हालांकि अभी करीब एक महीने के समय है देखना होगा कि सरकार इस बीच जोशीमठ की व्यवस्थाओं को कितना चाक चौबंद कर पाती है।