Thursday, October 10, 2024
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सावधान INDIA ! CORONA के बाद भारत में कैट क्यू वायरस CQV  ने दी दस्तक 

आखिर क्या है कैट क्यू वायरस CQV ?

चीन के नए वायरस से दुनिया को खतरा 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने दी चेतावनी 

कैट क्यू से बच्चों में इन्सेफलाइटिस की बढ़ सकती है बीमारी 

आफत अभी ख़त्म नहीं हुयी है ….. कोरोना के घटते असर से आपको ज्यादा खुश नहीं होना चाहिए क्योंकि चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद एक और चीनी वायरस  भारत सहित पूरी दुनिया पर खतरा बनकर मंडराने लगा है। आपको बता दें कि इसी उथल पुथल के दौरान वैज्ञानिकों ने एक और चीनी वायरस की खोज की है, जिससे देश में बीमारी फैलने की संभावना जताई जा रही है। इस वायरस का नाम कैट क्यू वायरस (CQV) है।

ये चेतावनी और भी गंभीर हो जाती है क्यूंकि खुद भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने भारत सरकार को चेतावनी दी है कि चीन का कैट क्यू वायरस (Cat Que Virus यानी CQV) भारत में दस्तक दे सकता है।  ये वायरस आर्थ्रोपोड-जनित वायरस की श्रेणी में आता है। ये क्यूलेक्स नामक मच्छरों के अलावा सूअर में भी पाया जाता है। खबरों की मानें तो चीन और वियतनाम में बड़े पैमाने पर लोग इस CQV वायरस से जूझ रहे हैं।  

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वायरस इंसान में ज्वर की बीमारी (Febrile Illnesses), मेनिंजाइटिस (Meningitis) और बच्चों में इन्सेफलाइटिस (Paediatric Encephalitis) की समस्या बड़े पैमाने पर सामने आ सकती है।

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वैज्ञानिकों ने अपनी चेतावनी में कहा है कि भारत में भी क्यूलेक्स मच्छरों में कैट क्यू वायरस जैसा ही कुछ मिला है। CQV मुख्यत सूअरों में ही पाया जाता है और चीन के पालतू सूअरों में इस वायरस के खिलाफ पनपी ऐंटीबॉडीज पाई गई हैं। इसका मतलब है कि कैट क्यू वायरस ने चीन में स्थानीय स्तर पर अपना प्रकोप फैलाना शुरू कर दिया है।

वैज्ञानिकों के अनुसार भारत में दो लोगों के सिरम सैंपलों में एंटी-सीक्यूवी आईजीजी एंटीबॉडी (IGG Antibodies) मिली है। आईसीएमआर की मेडिकल पत्रिका आईजेएमआर के अनुसार, ये दोनों सैंपल कर्नाटक में साल 2014 और साल 2017 में लिए गए थे। आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने देश को आगाह किया है कि इस वायरस का संक्रमण फैला तो सार्वजनिक तौर पर एक बार फिर स्वास्थ्य संकट से देश को जूझना पड़ सकता है। तो  आप भी जागरूकता के साथ स्वास्थ्य से जुड़ी सभी सावधानी बरतें क्यूंकि सावधानी ही बचाव है 

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