बहुमत ना मिला तो? ये है भाजपा-कांग्रेस का प्लान बी
देहरादून- उत्तराखण्ड में भाजपा और कांग्रेस में से कौन सा दल सरकार बनाने जा रहा है इस बात से कल पर्दा हट जाएगा। राज्य के चुनावी माहौल में राजनीतिक पंडित इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाए कि आखिर उत्तराखण्ड में किसकी सरकार बनेगी। इधर बीते दिन आये तमाम एग्जिट पोल ने मामला और उलझा दिया। कुछ एग्जिट पोल भाजपा की सरकार बना रहे हैं तो कुछ कांग्रेस की, ऐसे में कहना मुश्किल है कि सरकार किसकी बनेगी। एग्जिट पोल के विरोधाभाष के चलते राजनीतिक पंडित उलझे हुये हैं। माना यह भी जा रहा है अगर एग्जिट पोल अलग-अलग अनुमान दे रहे हैं तो कहीं ऐसा न हो कि उत्तराखण्ड में किसी भी दल को बहुमत न मिले और त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बन जाए। अगर ऐसा होता है तो तब क्या होगा? भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं लेकिन भीतर से दोनों दल इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अगर बहुमत का आंकड़ा न छू पाये तब क्या किया जाएगा? यही कारण है कि दोनों दलों ने प्लान बी पर काम करना शुरू कर दिया है। एक ओर भाजपा बसपा, निर्दलीय और दूसरे दलों के जिताउ प्रत्याशियों की गोलबंदी कर रही है तो वहीं कांग्रेस भी जीतने वाले संभावित प्रत्याशियों पर नजर बनाये हुये हैं। आपको बता दें कि सरकार बनाने के लिये 36 सीटों की आवश्यकता है और कायस इस बात के लगाये जा रहे हैं कि बसपा, निर्दलीय और यूकेडी इस बार सरकार गठन में अहम भूमिका निभा सकते हैं। लिहाजा भाजपा और कांग्रेस अभी से बहुमत का आंकड़ा बनाने में जुटी हुई हैं।