Friday, October 11, 2024
अंतरराष्ट्रीय

अप्रैल में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था जॉर्ज फ्लॉयड

मिनियापोलिस में गत महीने पुलिस हिरासत में मरने वाले काले व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बुधवार (3 जून) को जारी की गई और उससे यह पता चला है कि वह अप्रैल में कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक खबर में हेनेपिन काउंटी के चिकित्सा परीक्षक कार्यालय की ओर से जारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला दिया और बताया कि 46 वर्षीय फ्लॉयड तीन अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। फ्लॉयड के परिवार की अनुमति के बाद 20 पन्नों की यह रिपोर्ट जारी की गई।

मौत की वजह का पता लगाने के लिए अधिकृत सरकारी अधिकारी ने सोमवार (1 जून) को बताया था कि फ्लॉयड को दिल का दौरा पड़ा था और उन्होंने 25 मई को हुई उसकी मौत को मानव हत्या बताया था। मुख्य चिकित्सा परीक्षक एंड्रयू बेकर ने बताया कि मिनेसोटा के स्वास्थ्य विभाग ने फ्लॉयड की मौत के बाद उसकी नाक से नमूने लिए थे और वह संक्रमित पाया गया था।

उसने बताया कि उसकी मौत के समय कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाना यह बताता है पूर्व में हुए संक्रमण का असर अभी मौजूद था। हालांकि ऐसा कोई संकेत नहीं मिला कि उसकी मौत की वजह के पीछे संक्रमण भी है। एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने करीब नौ मिनट तक फ्लॉयड की गर्दन दबाई थी जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद न्यूयॉर्क और अमेरिका के अन्य हिस्सों में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए

न्यूयॉर्क शहर के पूर्व चिकित्सा परीक्षक माइक बाडेन ने फ्लॉयड के परिवार के कहने पर गत हफ्ते निजी रूप से पोस्टमार्टम किया था। उन्होंने बताया कि उन्हें यह बताया नहीं गया था कि फ्लॉयड कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था। बाडेन ने कहा कि फ्लॉयड को गिरफ्तार करने वाले चार पुलिस अधिकारियों के साथ ही कुछ प्रत्यक्षदर्शियों की भी कोविड-19 के लिए जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ”मैं गुस्सा नहीं हूं, लेकिन और अधिक सावधानी बरतनी चाहिए थी।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *