उत्तराखंड में इस कार्ड के बिना भी होगा कोरोना का “मुफ्त इलाज”
उत्तराखंड में लगातार कोरोना मामले बढ़ते जा रहे हैं … हर दिन लगातार आंकड़े रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं मंहगी टेस्टिंग और इलाज से लोग घबराये हैं अब ऐसे में उनके लिए बड़ी राहत भरी खबर है …. स्टेट हेल्थ एजेंसी ने राज्य के 15 लाख से अधिक लोगों को बड़ी राहत देते हुए फैसला किया है कि गोल्डन कार्ड के बिना भी अब लोग प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का मुफ्त इलाज करा सकेंगे ….फिलहाल ये फायदा उन्हीं को मिलेगा, जिनका नाम पहले से आयुष्मान योजना की पात्रता सूची में तो दर्ज़ है लेकिन किसी वजह से उनका अब तक गोल्डन कार्ड नहीं बना पाए हैं।
आपको बता दें कि आयुष्मान योजना के अंदर जिन अस्पतालों का लिस्ट में नाम होता है वहां पांच लाख रुपये तक के निशुल्क इलाज के लिए गोल्डन कार्ड का होना ज़रूरी है। लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्टेट हेल्थ एजेंसी ने इस मामले में बड़ी पहल करते हुए लोगों को ये रियायत दे दी है
एजेंसी की ओर से प्राइवेट अस्पतालों को कहा गया है कि आरोग्य मित्र के पास उपलब्ध डेटा बेस के आधार पर मरीज की पहचान कर ली जाए। यदि मरीज पात्र है तो उसके फ्री इलाज की अनुमति मांगी जाए।
एजेंसी तत्काल मेल के जरिए अनुमति दे देगी। ऐसे में मरीज का इलाज बिना कार्ड के ही शुरू हो जाएगा। साथ ही मरीज के ठीक होने के बाद डिस्चार्ज के समय अस्पताल में ही उसका गोल्डन कार्ड बना दिया जाएगा ताकि अस्पताल को भुगतान में भी कोई परेशानी न हो।
दरअसल उत्तराखंड में 15 लाख के करीब ऐसे लोग हैं जिनका आयुष्मान योजना के पात्र होने के बावजूद अभी तक कार्ड नहीं बन पाए हैं। इस मामले में अध्यक्ष अटल आयुष्मान सोसायटी के अध्यक्ष डी के कोटिया का कहना है कि कोरोना पीड़ित कोई मरीज आयुष्मान योजना का पात्र है और उसका गोल्डन कार्ड नहीं बना है तो परेशान होने की जरूरत नहीं। स्टेट हेल्थ एजेंसी बिना कार्ड के भी अस्पताल को मरीज के फ्री इलाज की मंजूरी दे देगी। इसके लिए मरीज के परिजनों को आरोग्य मित्र से संपर्क करना होगा। तो अगर आप भी ऐसी किसी उलझन में है तो बेफिक्र हो जाइये आपके लिए अब मुफ्त इलाज़ के लिए प्राइवेट अस्पतालों के दरवाजे खुल जायेंगे