आ रहा है राफेल करेगा दुश्मनों को फेल, फ्रांस से जल्द हासिल होगा राफेल
भारत और चीन के बीच एलएसी विवाद के बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर है,(LAC) पर चीन के साथ चल रहे विवाद के बीच भारत को जुलाई के अंत तक छह राफेल लड़ाकू विमान मिलने की संभावना जताई जा रही है। ये विमान हवा में मार करने वाली लंबी दूरी मिसाइलों से लैस होंगे। पूर्वी लद्दाख के गलवन घाटी में चीन की आक्रामकता के कारण भारतीय वायु सेना को इसकी जरूरत है। भारतीय वायुसेना के विशेष आग्रह के बाद फ्रांस इन विमानों को समय से पहले भारत भेजेगा। भारत के पास अगर राफेल आ जाता है
तो चीन और पाकिस्तान से आगे निकल जाएगा क्योंकि चीन और पाकिस्तान के पास ये क्षमता नहीं है, लंबी दूरी की हवा में मार करने वाली मिसाइलों और SCALP से लैस राफेल भारत को पाकिस्तान और चीन दोनों को हवाई हमले की क्षमता के मामले में बढ़त दिलाएंगे।
जानकारों का कहना है कि राफेल की हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने की क्षमताओं का चीन और पाकिस्तान दोनों से मिलान नहीं किया जा सकता है। यह विमान भारत को दोनों प्रतिद्वंद्वियों से आगे ले जाएगा। 150 किमी से अधिक स्ट्राइक रेंज पर निशाना बनाने वाली मिसाइलों के साथ राफल्स चीनी वायु सेना पर भारतीय वायु सेना को बढ़त देगा। 150 किमी से अधिक स्ट्राइक रेंज पर निशाना बनाने वाली मिसाइलों के साथ राफल्स चीनी वायु सेना पर भारतीय वायु सेना को बढ़त देगा।
आखिर क्यों है राफेल स्पेशल
- 1 मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है। इसकी ईंधन क्षमता 17 हजार किलोग्राम है।
- मल्टिरोल फाइटर एयरक्राफ्ट आकार में सुखोई से छोटा होने के चलते इसे इस्तेमाल करना आसान है।
- यह स्काल्प मिसाइल से लेस है। यह मिसाइल हवा से जमीन पर 600 किमी तक निशाना साध सकती है।
- राफेल की मारक क्षमता 3700 किलोमीटर तक है, जबकि स्काल्प की रेंज 300 किलोमीटर है।
- यह लड़ाकू विमान 24,500 किलो तक का वजन ले जाने में सक्षम है। यह 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान भर सकता है।
- यह हवा की गति से उड़ सकता है। 2,223 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है।