रूस-यूक्रेन युद्ध का असर पहुंचा उत्तराखंड, राज्य में गहराया बिजली संकट
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को एक साल हो चुका है, और अब इस युद्ध का असर दुनिया के दशों में दिखाई देने लगा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण उत्तराखंड राज्य है जो रूस-युक्रेन युद्ध का सबसे बड़ा खामियाजा भुगत रहा है। उत्तराखंड में मौजूदा समय में बिजली किल्लत का बड़ा कारण रूस युक्रेन युद्ध ही है। दोनों देशों के बीच जारी युद्ध के चलते नेचुरल गैस के दाम बढ़ गये हैं और इसका असर उत्तराखंड में ये हुआ कि राज्य के दो पावर प्लांट बंद पड़ गये हैं। हालांकि देश के कई और पावर प्लांट भी इसी वहज से बंद है लेकिन उत्तराखंड में दो पावर प्लांट बंद होने से बिजली की आपूर्ति बाधित होती जा रही है। नेचुलर गैस के दाम बढ़ने से देश के अन्य पावर प्लांट की तरह ही काशीपुर में भी दो प्लांट बंद हैं। ये दोनों मिलकर 321 मेगावाट बिजली पैदा करते हैं। अगर ये पावर प्लांट शुरू हो जाएं तो राज्य में बिजली का संकट दूर हो जाएगा। नेचुरल गैस और कोयले की कमी की वजह से देश में विद्युत उत्पादन मांग के मुताबिक नहीं हो पा रहा है, जबकि उत्तराखंड में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट से भी बेहद कम उत्पादन हो रहा है. उत्तराखंड में बिजली संकट गहराने की आशंका है. इसे लेकर केंद्र सरकार ने 28 फरवरी को एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है. और राज्य सरकार को उम्मीद है कि केन्द्र से मदद मिलेगी।