लॉकडाउन में साइबर अपराध से लगी करोड़ो की चपत, उत्तराखंड में ढ़ाई गुना बढ़े ठगी के मामले
आए दिन साइबर अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। ख़ास तौर पर उत्तराखंड राज्य की बात करे तो एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार 2018 में 171 से भी अधिक, 2019 में करीबन 100 तक और 2020 में कुल 377 साइबर ठगी के मामले सामने आये है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने साफ रिकॉर्ड को देखते हुए यह बयान दिया है की लॉकडाउन में साइबर ठगी के केस पहले से अधिक दर्ज हुए है। रिपोर्ट के अनुसार पूरे राज्य में ऐसे अपराध करीब ढाई गुना तक बढ़ गए है।
आपको बता दे की लॉकडाउन में कई लोग बेरोजगार हो गए थे, तो वही कई लोग रोजगार के लिए भटक रहे थे। ऐसे में कई लोगो ने शार्ट-कट लेना या आसान तरीके से कमाने का जरिया ढूंढा और अपराध की राह को चुना। लॉकडाउन में जब सभी लोग अपने घरो पर बैठे थे तब अपराधियों के लिए चोरी या ठगी करना आसान नहीं था। लॉकडाउन के दौरान हुई साइबर ठगी में ज़्यादातर अपराधियों द्वारा घर बैठे लोगो से ऑनलाइन ठगी, मोबाइल लिंक के जरिये बैंक ट्रांसफर या घर बैठे पैसे कमाने का लालच दे कर ये काम शुरू कर दिया। सोशल मीडिया के जरिये महामारी के नाम पर पैसे मांगना ,किसी का भी अकाउंट हैक कर उनके करीबी या रिस्तेदारो से पैसे माँगना या अश्लील मैसेज भेज कर उत्पीड़न आदि मामले भी शामिल है।
साइबर अपराध को रोकने के लिए हर जिले में सीओ को प्रभारी बनाया गया है। ऐसे मामलों में पीड़ित तत्काल पुलिस के हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत दर्ज कराएं ताकि उन्हें पूरा पैसा वापस दिलाया जा सके। साइबर क्राइम से संबंधित शिकायत पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर जांच की जाएगी।