Friday, December 6, 2024
बिहार

जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू यादव के घर से कैश, डॉलर, सोना बरामद

रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को लालू यादव, बेटे तेजस्वी यादव और तीन बेटियों समेत कई अन्य करीबियों के दिल्ली-एनसीआर, पटना, रांची और मुंबई स्थित 24 ठिकानों पर छापेमारी की, जहां से 53 लाख नकद, 1,900 डॉलर, करीब 540 ग्राम सोना और 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण और अहम दस्तावेज जब्त किए गए। कार्रवाई के दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मौजूद रहे। ईडी की यह छापेमारी करीब 12 घंटों तक चली।
ईडी ने मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के ठोस सबूत मिलने का दावा किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, 2004-2009 के रेल मंत्री के रुप में लालू यादव के कार्यकाल में कईं लोगों को ग्रुप डी की नौकरी मिली। बदले में उनकी जमीनें लालू के परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम कंपनी को बहुत कम कीमतों में ट्रांसफर की गईं। लालू की बेटियां रागिनी और चंदा इंफोसिस्टम की पूर्व निदेशक हैं। अधिकारी ने कहा कि घोटाले में की गई अवैध कमाई का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 7.5 लाख में खरीदे गए चार भूखंड मेरिडियन कंसट्रक्शन को 3.5 करोड़ में बेचे गए। यह राजद के पूर्व विधायक सैयद अबु दोजाना की कंपनी है।
दो दर्जन जगहों पर हुई छापेमारी
ईडी की यह छापेमारी पटना, फुलवारीशरीफ, दिल्ली-एनसीआर, रांची और मुंबई जैसे स्थानों पर की गई जहां लालू प्रसाद की बेटियां रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव, राजद के पूर्व विधायक सैयद अबू दोजाना, अमित कत्याल, नवदीप सरदाना और प्रवीण जैन रहते हैं। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय सुरक्षा बलों के एस्कॉर्ट के साथ करीब दो दर्जन स्थानों की तलाशी ली गई।
केंद्र पर भड़का विपक्ष
राजद सुप्रीमो लालू यादव के परिजनों और करीबियों के घर पर हुई छापेमारी की विपक्ष ने मिलकर आलोचना की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा, “पिछले 14 घंटे से मोदी जी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के घर पर ED बैठा रखी है।उनकी गर्भवती पत्नी और बहनों को सताया जा रहा है। लालू प्रसाद यादव जी बुजुर्ग हैं, बीमार हैं, तब भी मोदी सरकार ने उनके प्रति मानवता नहीं दिखाई। अब पानी सिर के ऊपर से चला गया है।मोदी सरकार, विपक्षी नेताओं पर ED-CBI का दुरुपयोग कर लोकतंत्र की हत्या का कुत्सित प्रयास कर रही है।” वहीं शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अडानी समूह और कर्नाटक के भाजपा विधायक के यहां नकदी बरामदगी पर ईडी चुप है लेकिन जब विपक्ष की बात आती है तो वह अति उत्साही हो जाती है।
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम?
लालू यादव और उनके परिवार पर आरोप है कि 2004-2009 की यूपीए-1 सरकार में रेलमंत्री रहते हुए लालू यादव और उनके परिवार ने रेलवे में नौकरी के लिए लोगों से जमीन ली थी। इसके तहत किसी ने तोहफे में अपनी जमीन दी थी तो किसी ने कम दामों में अपनी जमीन लालू परिवार को बेच दी थी। इस घोटाले में लालू यादव सहित राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी प्रसाद सहित उनकी बेटियों के नाम भी हैं।
लैंड फॉर जॉब स्कैम के मामले में हाल ही में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू यादव के परिवार को समन जारी किया है। इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती को 15 मार्च को अदालत में पेश होना है।

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