ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया प्रकार मिला, भारत समेत कई देशों ने उड़ानों पर लगाई रोक
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार का पता चलने के बाद सोमवार को श्रेणी-4 के सख्त लॉकडाउन को लागू कर सभी अनावश्यक यात्राओं और कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है….. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार सतर्क है और घबराने की ज़रूरत नहीं है….ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमण की दर बढ़ने के कारण रविवार से सख्त पाबंदियों के साथ लॉकडाउन लागू किया गया है…
गैरजरूरी वस्तुओं की दुकानें और प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए हैं….
माना जा रहा है कि कोरोना वायरस का यह नया प्रकार देश में संक्रमण को तेजी से फैलाने के लिए जिम्मेदार है.
भारत ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार के तेजी से फैलने के मद्देनजर 22 से 31 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत आने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी गई है. नागर विमानन मंत्रालय ने यह जानकारी दी है…
सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मंगलवार रात 11 बजकर 59 मिनट तक ब्रिटेन से भारत आने वाली उड़ानों में सवार यात्रियों को विमान उतरने के बाद हवाई अड्डे पर अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी….. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार सतर्क है, घबराने की आवश्यकता नहीं है. . उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शनिवार शाम को नए और सख्त प्रतिबंधों की घोषणा की थी. इसके तहत पांच दिवसीय प्रस्तावित ‘क्रिसमस बबल’ कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया गया है…..जॉनसन ने कहा कि राजधानी और दक्षिणी इंग्लैंड के कई इलाके प्रतिबंधों की तीसरी श्रेणी के तहत आते हैं, जो काफी सख्त प्रतिबंध हैं….
जानकारी के अनुसार, सोमवार को ब्रिटेन में श्रेणी-4 के सख्त लॉकडाउन को लागू किया गया है और सभी अनावश्यक यात्राओं व कार्यक्रमों पर प्रतिबंध है….बता दें कि चौथे चरण के तहत लोगों को अपने घर के बाहर किसी भी अन्य व्यक्ति से मिलने-जुलने पर रोक रहेगी. यह रोक क्रिसमस के दौरान भी लागू रहेगी…..इसके अलावा जिन क्षेत्रों में हल्के प्रतिबंध लागू हैं, वहां भी क्रिसमस के दौरान केवल 25 दिसंबर के दिन तीन परिवारों के इकट्ठा होने की छूट रहेगी……
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा, ‘सभी को, खास तौर पर श्रेणी-4 के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को संयम बरतने की जरूरत है, क्योंकि वे संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं- यही एक मात्र तरीका है, जिससे हम इसे नियंत्रण में लाने जा रहे हैं.’……उन्होंने कहा कि स्थिति ‘बेहद गंभीर’ है और सरकार एक ‘बेकाबू’ वायरस के नए स्वरूप को रोकने का प्रयास कर रही है……उन्होंने कहा, ‘यह एक जानलेवा बीमारी है, हमें इसे नियंत्रण में रखने की जरूरत है और इस नए स्वरूप ने इस काम को और मुश्किल बना दिया है……’वायरस का यह नया स्वरूप 70 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है, यद्यपि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कोई साक्ष्य नहीं हैं कि यह ज्यादा जानलेवा है या टीके को लेकर यह अलग तरह की प्रतिक्रिया देगा.