बॉक्सर हेमा दानू ने जहर खाकर दी जान , गलत अंपायरिंग से थी तनाव में
हल्द्वानी- खबर बेहद चौंकाने और निराश करने वाली है। हल्द्वानी एमबीपीजी कॉलेज की एमए सेकेंड सेमेस्टर की छात्रा और 20 वर्षीय प्रतिभावान नेशनल बॉक्सर हेमा दानू ने आत्महत्या कर ली है।
हेमा दानू का परिवार मूल रूप से बागेश्वर के बड़ेत का रहने वाला है। जो फिलहाल हल्द्धानी में रहता है। बताया जा रहा है कि बीती 10 सितंबर को हेमा ने खटीमा में आयोजित नेशनल क्वालीफाई मैच में हिस्सा लिया था। इस मैच में वह हार गईं थीं लेकिन परिजनों का आरोप है कि वह गलत अंपायरिंग के चलते मैच हार गई। और इस मैच के बाद वह बेहद तनाम में थी। इसी सदमे में बीते रविवार को हेमा ने घर पर ही जहरीला पदार्थ खा लिया।
इसके बाद हेमा को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां देर रात हेमा ने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद परिवार और खेल प्रेमी सदमें हैं। इधर उत्तराखण्ड के खेल मंत्री अरविंद पांडे ने हेमा दानू की मौत पर शोक प्रकट करते हुये पूरे मामले की जांच की बात कही है।
हेमा दानू ने 2016 में कोटद्वार में आयोजित राज्य स्तरीय मैच में स्वर्ण पदक जीता था। जबकि 2018 में हरियाणा में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के मैच में रजत पदक जीता था। हेमा दानू से न केवल उत्तराखण्ड बल्कि भारतीय बॉक्सिंग को भी बड़ी उम्मीदें थीं। महज 20 साल की उम्र में एक उभरती हुये प्रतिभावान बॉक्सर का हताशा और तनाम में सुसाइड कर लेना घोर निराशा पैदा करता है। हेमा दानू के साथ अगर खेल के मैदान में कुछ गलत हुआ है तो उसे न्याय जरूर मिलना चाहिए।