आम जनता के लिए बड़ी राहत, सस्ती होगी CNG और PNG, सरकार ने बदला प्राकृतिक गैस की कीमत तय करने का तरीका
लगातार बढती महंगाई के बीच आम आदमी के लिए एक अच्छी खबर है। देश में जल्द ही सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में 10 फीसदी तक की कमी आ सकती है। मोदी कैबिनेट ने डोमेस्टिक गैस की कीमतें तय करने के लिए एक नए फॉर्मूले को मंजूरी दी है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कैबिनेट की बैठक के बाद बताया कि एपीएम गैस के रुप में मान्यता प्राप्त पारंपरिक क्षेत्रों से उत्पादित प्राकृतिक गैस को अब अमेरिका, रुस और कनाडा जैसे देशों में गैस की कीमतों की जगह कच्चे तेल की कीमतों से जोड़ा जाएगा।
इस नई नीति के तहत घरेलू गैस की कीमत को मौजूदा रेट से 24 फीसदी कम कैप के साथ क्रूड ऑयल के साथ जोड़ा जाएगा। तेल सचिव पंकज जैन ने गुरुवार को बताया कि इससे पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) 10 फीसदी सस्ती हो जाएगी और कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) की कीमत 6 फीसदी से 9 फीसदी तक कम हो जाएगी। अब तक सरकार हर छह महीने यानी 1 अप्रैल और 1 अक्टूबर को प्राकृतिक गैस की कीमतें तय करती थी। ये कीमतें अमेरिका, कनाड़ा, और रुस जैसे देशों में चल रहे गैस के रेट के आधार पर तय किया जाता था। लेकिन अब इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है और अब डोमेस्टिक तेल की कीमत कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करेगा। डोमेस्टिक गैस को सीएनजी में भी बदला जाता है और पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) यानी रसोई गैस में भी इस्तेमाल किया जाता है।
कस्टमर्स को कितना फायदा होगा?
इस पॉलिसी के लागू होने से मुंबई के उपभोक्ताओं को सीएनजी पर प्रति यूनिट आठ रुपये और पीएनजी पर पांच रुपये की बचत होगी। वहीं, बेंगलुरु में कस्टमर्स को दोनों गैसें छह रुपये सस्ती पडेंगी। इसी तरह दूसरे शहरों के लोगों को भी फायदा होगा, हालांकि लोकल टैक्स या डोमेस्टिक गैस के शेयर के आधार पर यह कीमतें अलग-अलग होंगी।
शनिवार से लागू होगा फैसला
सरकार इस बदलाव की घोषणा के लिए शुक्रवार को अधिसूचना जारी करेगी और यह फैसला शनिवार से लागू हो जाएगा। सरकार ने एक बयान में कहा कि इस तरह की प्राकृतिक गैस की कीमत भारतीय क्रूड बास्केट के मासिक औसत का 10 प्रतिशत होगी।